राजस्थान सरकार के सांख्यिकी विभाग के एक आदेश के मुताबिक राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना को 31 दिसंबर 2023 से प्रभावी तौर बंद करने का आदेश दिया गया था। यह योजना 2021-22 वित्तीय वर्ष में शुरू की गई थी।
“भजन लाल सरकार होश में आओ, होश में आकर काम करो” – यह गुस्सा है राजस्थान के युवाओं का जिन्हें आज “युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम” को बहाल करने की मांग करते हुए 15 दिन बीत चुके हैं। राजस्थान के नये सीएम भजन लाल द्वारा “युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम” को बंद किया गया था।
भीम आर्मी चीफ़ चंद्रशेखर आज़ाद द्वारा X पर शेयर किये गए वीडियो में युवा सरकार से कह रहे हैं “होश में आकर न्याय करो।” युवाओं का कहना है कि वह अपना हक मांग रहे हैं किसी से भीख नहीं मांग रहे।
“युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम” को बहाल करने की मांग करते हुए युवा सरकार से सवाल कर रहे हैं कि “हमारे पेट पर लात किसने मारी”?
वहीं चंद्रशेखर आज़ाद ने राजस्थान सरकार के इस काम को निंदनीय कहा। है। अपने X अकाउंट पर अपनी बात साझा करते हुए लिखा, “इंटर्नशिप मित्रों” द्वारा इस अन्याय के खिलाफ धरने का आज 15वाँ दिन हैं! आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) भी इस अन्याय के खिलाफ है और इन हज़ारो युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, हम मुख्यमंत्री @BhajanlalBjp जी से इस “इंटर्नशिप कार्यक्रम” बहाली की माँग करते है।”
भाजपा की राजस्थान सरकार द्वारा “युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम” बंद करना हजारों युवाओं को बेरोजगार करना है, उन युवाओं और उनके परिजनों के पेट पर लात मारना हैं, जो निंदनीय हैं!
“इंटर्नशिप मित्रों” द्वारा इस अन्याय के खिलाफ धरने का आज 15वाँ दिन हैं! आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) भी… pic.twitter.com/lc2Mi9KqJH
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) January 28, 2024
बता दें, राजस्थान सरकार के सांख्यिकी विभाग के एक आदेश के मुताबिक राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना (RGYMIS) को 31 दिसंबर 2023 से प्रभावी तौर बंद करने का आदेश दिया गया था। यह योजना 2021-22 वित्तीय वर्ष में शुरू की गई थी।
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हज़ारों युवाओं को क्यों किया बेरोज़गार?
राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना को लेकर कुछ दिनों पहले राजस्थान विधानसभा में भी काफी हलचल देखने को मिली थी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार,राजस्थान में नई सरकार बनने के बाद विधानसभा का पहला सत्र शुरू हो चुका है। इसी बीच 23 जनवरी को सत्र के दूसरे दिन काफी हंगामा देखने को मिला। विधानसभा में विपक्ष ने भजन लाल सरकार से राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना (Rajiv Gandhi Yuva Mitra internship) को फिर से शुरू करने की मांग की।
भजन लाल की सरकार की विपक्ष ने सवाल करते हुए पूछा कि आखिर इसे बंद क्यों कर दिया गया? अगर सरकार को नाम से दिक्कत थी तो वह इसका नाम बदल सकती थी लेकिन इसे बंद करके हज़ारों युवाओं को बेरोज़गार क्यों कर दिया गया।
जानकारी के लिए बता दें, राजीव गांधी युवा इंटर्नशिप योजना के तहत, सरकारी सेवाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए ‘युवा मित्रों’ को लगाया जाता था और उन्हें इसके लिए सरकार की ओर से वजीफा दिया जाता था।
5 हज़ार युवा मित्रों का क्या?
कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा ने राजस्थान विधानसभा में मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि इस कार्यक्रम में 5000 युवा मित्र लगे थे जिसे बीजेपी द्वारा बंद कर दिया गया है। इसे फिर से बहाल किया जाना चाहिए। वहीं राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भी इसे लेकर 25 दिसंबर 2023 को X पर लिखा,
“राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम में सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रहे करीब 5,000 युवाओं की सेवाएं समाप्त करना उचित नहीं है। ये युवा सरकार की योजनाओं के बारे में जागरुक हैं एवं सरकार की काफी मदद कर रहे हैं। नई सरकार को इस योजना के नाम से परेशानी थी तो राजीव गांधी सेवा केन्द्रों की भांति नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कर सकती थी। जबकि प्रदेशवासी जानते हैं कि पिछले कार्यकाल में BJP सरकार द्वारा अस्थायी तौर पर लगाए गए पंचायत सहायकों को हमारी सरकार ने स्थायी कर उनका वेतन बढ़ाया था। ऐसी ही सकारात्मक सोच से नई सरकार को भी राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम को ज़ारी रखना चाहिए।”
राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम में सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रहे करीब 5,000 युवाओं की सेवाएं समाप्त करना उचित नहीं है। ये युवा सरकार की योजनाओं के बारे में जागरुक हैं एवं सरकार की काफी मदद कर रहे हैं। नई सरकार को इस योजना के नाम से परेशानी…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 25, 2023
फिलहाल राजस्थान की भजन लाल वाली सरकार ने युवाओं की मांगो को लेकर कुछ जवाब नहीं दिया है। युवा उन्हें बेरोज़गार करने, उनके पेट पर लात मारने को लेकर सरकार से जवाब मांग रहे हैं।
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