समाजवादी सोच का मतलब है अमीरों से टैक्स लेकर, संसाधन जुटाकर, गरीबों को उनका हक देना। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से करीब 80 करोड़ लोग हर महीने मुफ़्त राशन पा रहे हैं, उज्ज्वला योजना में गैस सिलिंडर, प्रधानमंत्री आवास योजना, हर घर शौचालय, फ्री बिजली कनेक्शन, जनधन खाते और डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (DBT)। ये सारी योजनाएं उसी सोच से निकलती हैं — समाजवादी सोच से। अब सवाल ये उठता है — अगर समाजवाद संविधान से हटा दिया गया, तो क्या ये सभी योजनाएं बंद हो जाएंगी? क्या गरीबों को मिलने वाली ये सुविधाएं भी ‘पश्चिमी अवधारणाएं’ कहलाकर खत्म कर दी जाएंगी? बात ये है कि भारत में कोई भी सरकार समाजवादी ढांचा अपनाए बिना सत्ता में टिक नहीं सकती।
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