पीटीआई द्वारा फैक्ट चेक किया गया है।
मक्का के काबा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया गया कि वीडियो में नज़र आ रहे लोग मक्का के काबा के सामने भगवा रंग धारण किए मक्का में सनातन की शक्ति को दर्शा रहे हैं।
पीटीआई फैक्ट चेक : सोशल मीडिया पर इन दिनों भगवा और सफ़ेद रंग के कपड़े पहने कुछ लोगों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में नज़र आ रहे लोग भगवा रंग धारण किए मक्का में सनातन की शक्ति को दर्शा रहे हैं। पीटीआई फैक्ट चेक द्वारा की गयी पड़ताल में यह पाया गया कि इंटरनेट पर शेयर की जा रही यह वीडियो भ्रामक है और उसके साथ किया गया दावा सरासर ग़लत है।
दावा :
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क के व्हाट्सएप नंबर (+91-8130503759) पर एक यूजर ने मक्का के काबा की एक वीडियो शेयर की, जिसमें यह दावा किया गया कि वीडियो में नज़र आ रहे लोग मक्का के काबा के सामने भगवा रंग धारण किए मक्का में सनातन की शक्ति को दर्शा रहे हैं। Robert Lyngdoh (@RobertLyngdoh2) नाम के इस एक्स (पूर्व में ट्वीटर) यूजर से 20 फरवरी को शेयर किए गए इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, ”सनातन धर्म का कोई भी प्रशंसक इस पोस्ट को लाइक किये बिना नहीं रहेगा। सनातन की शक्ति, मक्का मैं भी भगवा।”
इस एक्स पोस्ट पर 25 हज़ार से ज्यादा व्यूज़ आ चुके हैं, जबकि 70 से ज्यादा लोग इसको लाइक कर चुके हैं। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं, सोशल मीडिया यूजर्स इसे सच मानकर लाइक, कमेंट और शेयर कर रहे हैं। पोस्ट का लिंक , आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
इसके अलावा, काजल तोमर (kattar_sanatani_kajal_tomar_0) नाम की एक अन्य इंस्टाग्राम यूजर ने भी इसी वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया। पोस्ट का लिंक , आर्काइव लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
पड़ताल :
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क ने अपनी पड़ताल शुरू करते हुए वायरल वीडियो का सच जानने के लिए फोटो को ध्यान से देखा और इसके कीफ़्रेम्स निकाले। डेस्क ने सबसे पहले एक कीफ्रेम को गूगल लेंस पर अपलोड कर सर्च किया और इसके डिटेल्स निकाले। इस दौरान हमें तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसे पोस्ट नज़र आए, जिसमें कुछ लोग भगवा और सफ़ेद रंग के कपड़े पहने नज़र आ रहे थे, यह बिलकुल वायरल वीडियो जैसे ही कपड़े पहने और बैकग्राउंड के साथ थे। इन पोस्ट के स्क्रीनशॉट यहाँ देखें।
हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए यह जानने की कोशिश की कि आखिर इस वीडियो की सच्चाई क्या है? इसलिए हमने यूट्यूब सर्च बॉक्स में ‘मक्का के काबा में भगवा रंग का कपड़ा पहने लोग’ से सर्च किया, जिसके बाद हमें कई ऐसे वीडियो मिले जो वायरल वीडियो के साथ मैच कर रहे थे। इसका लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए एक वीडियो को पूरा सुना, जो NMF News नाम के यूट्यूब चैनल से अपलोड किया गया था। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है, ”मुस्लिमों के सबसे पवित्र स्थल मक्का में भगवा पहनकर पहुंचने वाली ये महिलाएं ये कौन है ? मच गया बवाल !” इस वीडियो में बताया गया कि इस वीडियो का ना ही हिन्दुतत्व के प्रचार से कोई लेना-देना है न ही यह वीडियो किसी भारतीय का है, बल्कि यह वीडियो इंडोनेशिया से आए मुस्लिम श्रद्धालुओं का है। इस न्यूज़ में बताया गया कि यह वीडियो किसी 22 जनवरी से पहले का है। पोस्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
पड़ताल को जारी रखते हुए हमें एक और @elleylaofficial नाम के यूट्यूब चैनल पर एक ऐसी ही मिलती-जुलती शॉर्ट्स वीडियो मिली, जिसमें ऐसे ही लोगों का समूह भगवा और सफ़ेद रंग के कपड़े पहने नज़र आ रहा था। पोस्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
इसके अलावा, हमें @factz_ocean नाम का एक और यूट्यूब शॉर्ट्स मिला, जिसमें बताया गया कि वायरल वीडियो में नज़र आ रहे लोग इंडोनेशिया के हैं। पोस्ट का लिंक और स्क्रीनशॉट यहां देखें।
निष्कर्ष
हमारी पूरी पड़ताल से एक बात साफ़ हो गई है। मक्का के काबा के सामने भगवा रंग धारण किए कुछ लोगों का वीडियो इंडोनेशिया से उमरा/हज करने गए मुस्लिम श्रद्धालुओं का है। इन मुस्लिम श्रद्धालुओं की यह वीडियो क्लिप अयोध्या से मक्का गए हिंदू समूह के नाम पर फेक दावे से वायरल की जा रही है। पीटीआई फैक्ट चेक द्वारा की गयी पड़ताल में यह पाया गया कि इंटरनेट पर शेयर की जा रही यह वीडियो भ्रामक है और उसके साथ किया गया दावा सरासर ग़लत है। पीटीआई फैक्ट चेक सोशल मीडिया यूजर्स से यह गुजारिश करता है कि बिना तथ्यों को जाने किसी भी पोस्ट को लाइक या शेयर ना करें।
दावा
मक्का के काबा के सामने भगवा रंग के कपड़े पहने लोगों का समूह सनातन की शक्ति को दर्शा रहे हैं।
तथ्य
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की पड़ताल में वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ।
निष्कर्ष
हमारी पूरी पड़ताल से एक बात साफ़ हो गई है। मक्का के काबा के सामने भगवा रंग धारण किए कुछ लोगों का वीडियो इंडोनेशिया से उमरा/हज करने गए मुस्लिम श्रद्धालुओं का है। इन मुस्लिम श्रद्धालुओं की यह वीडियो क्लिप अयोध्या से मक्का गए हिंदू समूह के नाम पर फेक दावे से वायरल की जा रही है। पीटीआई फैक्ट चेक द्वारा की गयी पड़ताल में यह पाया गया कि इंटरनेट पर शेयर की जा रही यह वीडियो भ्रामक है और उसके साथ किया गया दावा सरासर ग़लत है। पीटीआई फैक्ट चेक सोशल मीडिया यूजर्स से यह गुजारिश करता है कि बिना तथ्यों को जाने किसी भी पोस्ट को लाइक या शेयर ना करें।
(यह लेख मूल रूप से सबसे पहले पीटीआई द्वारा प्रकाशित किया गया था व इसे शक्ति कलेक्टिव के भाग के रूप में खबर लहरिया द्वारा दोबारा प्रकाशित किया गया है।)
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