बांग्लादेश में अब तक तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए और इंटरनेट को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने भारी संख्या में आज सोमवार 5 अगस्त को “ढाका तक लांग मार्च” में शामिल होने को कहा है। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, आज सोमवार 5 अगस्त को मरने वालों की संख्या कम से कम 300 हो गई है। बांग्लादेश के प्रमुख बंगाली दैनिक अखबार, प्रोथोम अलो के अनुसार हिंसा में कम से कम 14 पुलिस अधिकारियों की मौत हुई। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
Bangladesh protests: बांग्लादेश में एक बार फिर से तनावपूर्ण स्थिति बन गई है क्योंकि प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। द हिन्दू रिपोर्ट के मुताबिक, यह विरोध प्रदर्शन कल रविवार 4 अगस्त की सुबह उस समय शुरू हुआ जब नौकरी में आरक्षण प्रणाली को लेकर सुश्री हसीना के इस्तीफे मांग को लेकर स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन के बैनर लिए हुए असहयोग कार्यक्रम में शामिल प्रदर्शनकारियों का सामना अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं से हुआ। इसी बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस की झड़प हुई। प्रदर्शनकारी उच्च न्यायालय द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के फैसले का विरोध कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें – बांग्लादेश: ढाका में आरक्षण के विरोध में भड़के दंगे, कम से कम 39 लोगों की मौत की खबर
विरोध करने वाले छात्र नहीं, अपराधी
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि जो लोग विरोध प्रदर्शन के नाम पर “तोड़फोड़” और हिंसा में शामिल है वे अब छात्र नहीं हैं, बल्कि अपराधी हैं। लोगों को उनके साथ कठोर व्यवहार करना चाहिए।
आपको बता दें कि यह विरोध प्रदर्शन जुलाई में शुरू हुआ, जब बांग्लादेश उच्च न्यायालय ने स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण बहाल करने के पक्ष में फैसला सुनाया।
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’