उत्तर प्रदेश के जिला वाराणसी में 22 जुलाई 2021 को शास्त्री घाट पर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर व पूर्व विधायक कैलाशनाथ सोनकर ने बढ़ती पेट्रोल की कीमतों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इसके साथ ही जिला अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है।
यहां के लोगों का कहना है कि आम जनता से पूछे क्या स्थिति है महंगाई की। गैस की कीमत 900 से लेकर 1000 रूपये हो गयी है। 100 रूपये पेट्रोल-डीजल के दाम हो गए। 50 रूपये किलो सरसों का तेल हो गया है। महंगाई चरम सीमा छू रही है। यूँ तो कहा गया था कि सबको मनरेगा का काम मिलेगा लेकिन सब बेरोज़गार है। पढ़े-लिखे नौजवान भी नौकरी के लिए भटक रहे हैं। मनरेगा का सौ दिन का काम तो दूर एक साल से महीने भर का काम भी नहीं मिला। सरकार कहती है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए वह योजना चला रही है फिर भी महिला हिंसा के मामले होते रहते हैं।
गरीबो के पास न तो आवास है और न ही शौचालय की सुविधा। यहां तक की चौथा खंभा कहे जाने वाले पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है। महामारी में लोग ऑक्सीजन और इलाज की सुविधा की कमी से जूझ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द समस्या को नहीं सुलझाया गया तो वह लगातार विरोध करते रहेंगे।मौके पर पहुंचे कैंट थाना के सीओ ने ज्ञापन लिया है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि उनके ज्ञापन को आगे बढ़ाया जाएगा।
वही दूसरी ओर पन्ना जिले में भी 22 जुलाई को पेट्रोल-डीज़ल, रसोई गैस एवं खाद्यान्न के बढ़ते दामों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया है। कांग्रेस पार्टी ने पुराने तहसील से लेकर छोटे बस स्टैंड से होते हुए नई तहसील तक साइकिल रैली निकालते हुए नारेबाजी की है। रैली बैलगाड़ी व साइकिल सहित निकाली गयी। इसमें कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भी शामिल थे।
ज्ञापन को राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया और तहसीलदार को दिया गया। तहसीलदार धीरज गौतम का कहना है कि वह जल्द से जल्द यह ज्ञापन राष्ट्रपति तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिवजीत सिंह, दीपक तिवारी, अक्षय तिवारी, राकेश शोनी, राजा बुंदेलासचनी पांडेय , रवि यादव, आकाश जाटव, अबरार खान अहमद एवं कांग्रेस पार्टी के सभी युवा नेता शामिल रहें और उनके द्वारा ज़ोरो-शोरो से प्रदर्शन किया गया।
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