जब भी चुनाव आते हैं तो सभी प्रत्याशी वोट बटोरने की खातिर बड़े-बड़े वादे करना शुरू कर देते हैं। कई बार तो जनता का सहयोग पाने के लिए यह उम्मीदवार ऐसे काम भी कर जाते हैं जो चुनाव नियमों के खिलाफ होता है। कुछ ऐसा ही एक मामला सामने आया है चित्रकूट ज़िले के थाना पहाड़ी के अंतर्गत आने वाले भानपुर ग्राम पंचायत का, जहाँ एक प्रधान प्रत्याशी की लोगों को चूड़ियां और प्रसाद वितरण करने की कुछ वीडियो और तस्वीर विपक्ष पार्टी के लोगों ने थाने में दे दी। बता दें कि आचार संहिता के अंतर्गत चुनाव के दौरान उम्मीदवारों द्वारा लोगों को लुभाने के लिए किया जाने वाला कोई भी काम अपराध माना जाता है।
भानपुर ग्राम पंचायत से 16 प्रत्याशी प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। 15 अप्रैल यानी गुरूवार की शाम प्रधान पद प्रत्याशी शिवचरण अवस्थी उर्फ राजू ग्रामीणों में चूड़ी और प्रसाद बाँट रहे थे कि उसी समय विपक्ष पार्टी के नेताओं ने उनकी वीडियो और फोटो लेली। आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में पहाड़ी थाने की पुलिस ने शिवचरण को थाने बुला लिया और उनपर आचार संहिता की धारा लगा दी।
वोटरों को लुभाने का नहीं था उद्देश्य–
शिवचरण अवस्थी ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि वो मैहर दर्शन के लिए गया था और वहां से एक किलो लाई और बताशे लाया थे। उसका कहना है कि क्योंकि प्रसाद बहुत सारा था इसलिए उसने उसके करीब 150 छोटे–छोटे पैकेट बना कर 14 अप्रैल को लोगों में वितरण करने का सोचा। इसी बीच किसी ने उसकी वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दी। शिवचरण का यह भी कहना है कि चुनाव के दौरान पक्ष–विपक्ष में दरार तो आ ही जाती है लेकिन ऐसे में बिना कुछ सोचे समझे, ऐसे किसी की वीडियो बनाकर वायरल करना भी गलत है। इसके साथ ही शिवचरण ने अपनी गलती भी मानी है और प्रसाद के साथ चूड़ी वितरण करने के बारे में यह बताया कि क्योंकि उसका चुनाव चिन्ह चूड़ी था, इसलिए उसने चूड़ी बांटने का भी सोचा। उसने बताया कि उसका वोटरों को लुभाने का बिलकुल भी उद्देश्य नहीं था और अगर उसे ग्रामीणों को लुभाना ही होता तो वो इतने किफायती सामान के बजाए 10-20 हज़ार का सामान वितरण करता।
जब हमने इस मामले को लेकर ग्रामीणों से जानकारी ली तो उन लोगों का कहना है कि शिवचरण बहुत ही अच्छे व्यक्ति हैं और हमेशा लोगों की मदद करने के लिए खड़े रहते हैं। इन लोगों की मानें तो राजनीति में कई बार विपक्ष पार्टी के नेता दूसरे नेताओं को नीचा दिखाने के लिए ऐसे कदम उठा लेते हैं, लेकिन उन्हें ऐसा कोई भी कदम उठाने से पहले सोचना चाहिए। जहाँ एक तरफ कई लोग शिवचरण का समर्थन करते नज़र आए, वहीँ दूसरी ओर कई लोगों ने बताया कि उसका उद्देश्य ग्रामीणों में चीज़ें वितरण करके उनसे वोट बटोरने का ही था। लोगों का कहना है कि पैकेट बांटते समय शिवचरण बार–बार यह कह रहे थे कि “इन चूड़ियों को पहचान लो, चुनाव के दिन चूड़ी पर ही वोट डालना है।“
शिवचरण ने स्वीकार की है अपनी गलती-
पहाड़ी थाना प्रभारी अवधेश कुमार मिश्रा ने इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें ग्रामीणों से सूचना मिली थी गाँव में प्रसाद और चूड़ियां बांटी जा रही हैं। मौके पर पहुंचकर पुलिस तुरंत शिवचरण को थाने ले आई, जहाँ उसपर आचार संहिता की धारा लगा दी गई थी। पुलिस का कहना है कि जब जब चुनाव आते हैं तब ऐसे एक दो मामले ज़रूर सामने आते हैं। प्रत्याशी बिना चुनाव के नियमों का पालन किये प्रचार–प्रसार में जुट जाते हैं और कई बार गलत कदम उठा लेते हैं। अवधेश कुमार ने बताया कि शिवचरण ने अपनी गलती मान ली है और उन्हें उम्मीद है कि आगे से वो ऐसी गलती नहीं दोहराएगा।
चित्रकूट पुलिस ने सभी प्रत्याशियों से अपील करते हुए कहा है कि चुनाव प्रचार सभी नियमों को मद्देनज़र रखते हुए ही किया जाए और आचार संहिता का उल्लंघन न किया जाए। इसके साथ उन्होंने लोगों से भी किसी प्रलोभन या लालच में ना आने की अपील की है और स्वतंत्र रूप से मतदान करने को कहा है।
इस पूरे मामले से एक बात तो साफ़ है कि प्रत्याशी चुनाव जीतने के लिए हर नियम को ताख पर रखने लिए तैयार हैं। उनका मकसद लोगों की सेवा करना नहीं बल्कि बस चुनाव जीतना है। ऐसे में ज़रूरी है कि प्रत्याशी हर कदम फूँक–फूँक कर उठाएं, ताकि लोग भी बिना किसी भेदभाव के अपने नेता का सही चुनाव कर पाएं।
इस खबर को खबर लहरिया के नाज़नी रिज़वी द्वारा रिपोर्ट एवं फ़ाएज़ा हाशमी द्वारा लिखा गया है।