खबर लहरिया Blog राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री की मन की बात

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री की मन की बात

हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के रूप में मनाया जाता है। ये दिन भारतीय संविधान के 73वें संशोधन अधिनियम, 1992 के पारित होने का प्रतीक है, जो 24 अप्रैल 1993 से लागू हुआ था। वहीं इस दिन को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत साल 2010 से हुई थी. अभी जब लॉकडाउन चल रहा है तो ऐसे में आज प्रधानमंत्री ने मन की बात में ग्राम पंचायतों को संबोधित किया। आज प्रधानमन्त्री ई-ग्राम स्वराज एप्लीकेशन लांच करेंगे। इस पोर्टल के जरिए ग्राम पंचायतों की समस्या, उनसे जुड़ी जानकारी एक जगह पर मौजूद रहेगी. साथ ही नई सेंट्रल सेक्टर स्कीम ‘स्वामित्व’ भी शुरू की जाएगी। जिसे पायलट आधार पर देश के आठ राज्यों में इसे शुरू किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना संकट से कई तरह की मुसीबतें आईं, लेकिन इससे हमें संदेश भी मिला है. कोरोना संकट ने हमें सिखाया कि अब हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा, बिना आत्मनिर्भर बने ऐसे संकटों को झेल पाना मुश्किल है. आज बदली हुई परिस्थितियों ने हमें आत्मनिर्भर बनना याद दिलाया है, इनमें ग्राम पंचायतों का मजबूत रोल है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज लॉन्च हुए एप ई-ग्राम स्वराज के जरिए ग्राम पंचायतों के फंड, उसके कामकाज की पूरी जानकारी होगी। इसके माध्यम से पार्दशिता भी आएगी और परियोजनाओं के काम में भी तेजी आएगी। स्वामित्व योजना से ग्रामीणों को एक नहीं अनेक लाभ होंगे। इससे संपत्ति को लेकर भ्रम और झगड़े खत्म होंगे। इससे गांव में विकास योजनाओं की योजना बनाने में मदद मिलेगी। इससे शहरों की तरह गांवों में भी आप बैंकों से लोन ले सकेंगे। उसके जरिए गांव तक जानकारी और मदद पहुंचने में तेजी आएगी. ग्राम पंचायतों के प्रमुखों से पीएम ने कहा कि अब गांव की मैपिंग ड्रोन के जरिए की जाएगी, जबकि बैंक से ऑनलाइन लेने में भी मदद मिलेगी. अभी इसकी शुरुआत महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत कुल 8 राज्यों में इसकी शुरुआत हो रही है, फिर हर गांव तक इसे ले जाया जाएगा.