जिला वाराणसी के ब्लाक चोलापुर गांव चंद्रावती के अधिकतर परिवार मेलों में बेचने के लिए कपड़े की गुड़ियाँ बनाते हैं। 11 फरवरी से जिले में पचबोहनी मेले की शुरुआत हो जाती है। मेले आने के तक़रीबन एक महीने पहले से ही लोग गुड़िया बनाना शुरू कर देते हैं। यह मेला पूरे जिले में काफी मशहूर है। लोगो का कहना है कि वह कपड़ों के कतरन से ही गुड़िया बनाते हैं और उसकी साज-सज्जा करते है।
काफी लोग गुड़ियाँ खरीदते भी हैं। एक गुड़िया वह 20 से 30 रुपयों में बेचते हैं। लोगों द्वारा काफी चाहत से गुड़िया बनाई जाती है। लोगों का कहना है कि अगर उन्हें स्थानीय स्तर पर सहायता मिले तो वह अपनी गुड़ियों को बाहर भी बेचना चाहते हैं। लेकिन सुविधाओं की कमी से सब सिर्फ सपना बनकर रह जाता है। हालांकि, लोग गुड़ियाँ बनाकर अपनी संस्कृति को कायम रखे हुए हैं।