प्रदेश की सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लाख दावे करती हों, पर जमीनी कुछ और ही हैं। ताजा मामला महोबा जिले का है। जहां एक गर्भवती महिला को बस में बच्ची को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा। सुरंगा ने बताया कि हम लोग कबाड़ बीनकर बेचने का काम करते है।
महोबा के रहने वाले है पर 4 दिन पहले राठ चले गए थे। अचानक कल से हमारी लड़की का पेट दर्द होने लगा। हम लोग राठ के अस्पताल में लेकर गए। पर वहां कोई सुनवाई नही हुई और वहां की डॉक्टर नॉर्स उरई रेफर कर रही थी। दूर होने के कारण हम महोबा आना चाहते थे। कई बार एम्बुलेंस को फोन किया पर एम्बुलेंस नही मिली। इसलिए हमीरपुर जिले के राठ से महोबा डिपो की बस संख्या यूपी 95 बी 3451 में बैठकर महोबा आ रहे थे ।
बस जैसे ही कुलपहाड़ से महोबा की तरफ निकली तभी हमारी लड़की को अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। बस में भी कई बार एम्बुलेंस को फोन किया पर एम्बुलेंस नही मिली।इसलिए चलती बस में ही महिला ने बच्ची जन्म दे दिया। ( महिला जिला अस्पताल स्टॉप नर्स अमृता ने बताया कि से चलकर आ रहे थी। तभी बस में एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया है। जैसे ही सूचना मिली हम लोग मौके पर गए और जच्चा बच्चा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत ठीक है। अस्पताल में भर्ती कर ट्रीटमेंट किया जा रहा है।