डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वायरस से संक्रमित मरीज को तुरंत इलाज के लिए भेजें व संक्रमण को फैलने से बचाने के लिए उन्हें निर्धारित उपचार केंद्र में आइसोलेट करना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर मौजूदा जानकारी के अनुसार, मारबर्ग वायरस से सुरक्षित रहने के लिए इन उपायों को अपनाने की जरूरत है। वह हैं :
– मारबर्ग वायरस के मरीजों से नजदीकी शारीरिक संपर्क से बचें।
– वायरस से संक्रमित मरीज को तुरंत इलाज के लिए भेजें व संक्रमण को फैलने से बचाने के लिए उन्हें निर्धारित उपचार केंद्र में आइसोलेट करना चाहिए।
– समुदाय और परिवार के सदस्यों को घर के किसी व्यक्ति में वायरस के लक्षण दिखने पर उनसे दूरी रखनी चाहिए। उनकी देखभाल के लिए उन्हें उचित स्वास्थ्य केंद्र में भेजना चाहिए।
– संभावित संक्रमित वस्तुओं और सतहों को छूने से बचना चाहिए।
– जिन गुफ़ाओं या ख़दानों में फल खाने वाले चमगादड़ का समूह रहता है, उन जगहों पर लंबे समय तक रहने से बचना चाहिए ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
– खदानों या गुफाओं में काम, शोध या पर्यटन यात्रा के दौरान, लोगों को दस्ताने और अन्य सुरक्षा वस्त्र (जैसे मास्क) पहनने चाहिए।
– वायरस फैलने के दौरान, सभी पशु उत्पादों (रक्त और मांस) को पूरी तरह से पका कर ही खाना चाहिए।
हालांकि, वायरस को लेकर वैश्विक तौर पर ख़तरा नहीं है लेकिन क्षेत्रीय तौर पर यह लोगों के लिए ख़तरनाक है, जिसे लेकर सावधानी बरतने की ज़रूरत है।
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