प्रयागराज के शंकरगढ़ ब्लॉक के गाँव गोरूहाई में एक महिला ने हमें बताया कि गाँव में बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई सुविधा नहीं है। 5वीं कक्षा के बाद बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ता है क्योंकि उसके आगे की कक्षाओं के लिए स्कूल ही हैं है। जिन परिवारों के पास पैसे होते हैं वो अपने बच्चों का दाखिला अन्य गावों के स्कूलों में करवा देते हैं, वरना गाँव के ज़्यादातर बच्चे अनपढ़ ही रह जाते हैं।
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