जिला प्रयागराज ब्लाक शंकरगढ़ गांव नीबी ढाल सरमन बस्ती और पठान मोहल्ला के बच्चे कुपोषण से ग्रसित हैं। पोषाहार की सुविधा नहीं है। गर्भवती महिलाएं कमज़ोर है व उनमें खून की भी कमी है। लोगों का आरोप है कि आंगनबाड़ी के तरफ से न कभी योजना का फायदा मिला और न ही सही समय से पोषाहार।
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निर्मला नाम की महिला का कहना है कि हम लोग अनपढ़ हैं। कुछ जानकारी नहीं, न कभी कोई बताता नहीं है। अपना देशी झाड़-फूंक करवा लेते हैं। नाम के लिए योजना बना है कि कुपोषित बच्चों को फल,दूध दरिया,दाल, घी इत्यादि मिलता है। यहां कुछ नहीं मिलता है। इस तरह से कुपोषण से कई बच्चों की मौत हो गई पर कोई अधिकारी आंगनबाड़ी में कभी झांकने तक नहीं आते।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री मेंदकी त्रिपाठी का कहना है हम लोग हर महीने जाते हैं। वहां के लोग न टीका लगवाते है न वज़न करवाते हैं। वहां कोई कुपोषण नहीं है।
इस बारे में शंकरगढ़ बाल विकास परियोजना अधिकारी अरविन्द कुमार व्यास का कहना है, मेरे यहां से नियम है हर माह का पोषाहार दिया जाता है। यदि वहां बच्चे कुपोषित हैं तो उनके लिए अस्पताल में सुविधा है। फ्री इलाज होता है। दूध-फल पोषाहार दिया जाता है। यदि जिस गांव में नहीं बंट रहा हम ज़रूर जांच करवाएंगे।
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