अयोध्या: दर्शन नगर की रहने वाली प्रकृति यादव जो अपने लोकगायिकी के माध्यम से अयोध्या का नाम देश के साथ विदेश में भी रोशन कर रही है।
प्रकृति यादव सांस्कृतिक कार्यक्रम करती हैं। साथ में लोक गायिका भी हैं। इनका कहना है कि आज मैं जो कुछ भी हूं अपने दीदी प्रतिमा यादव की वजह से हूं जो एक बहुत अच्छी डांसर है और लोक गायिका भी हैं। मैंने जो कुछ भी सीखा है उन्हीं से सीखा है। आज मैं अगर इस मुकाम पर हूं तो उनका बहुत बड़ा योगदान रहा मेरे लिए।
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प्रकृति यादव ने यह भी बताया कि मेरा जो पहला कार्यक्रम था अयोध्या में था। अयोध्या महोत्सव इसके बाद अवध महोत्सव दिल्ली में, सैफई महोत्सव इसके बाद अभी जल्दी में मैं मॉरीशस गई थी वहां भी हमने रामलीला के जरिए भारत की जो संस्कृत कला है उसको प्रदर्शित किया है। पहले तो मुझे काम करने में थोड़ा अजीब लगता था लेकिन अब बहुत अच्छा लगता है कि लोग मुझे जानते हैं। मेरे साथ 6 से 8 लड़कियां हैं जो ग्रुप वाइज डांस करते हैं और मैं ही उनको सिखाती हूं।
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