खबर लहरिया ताजा खबरें बांदा: प्रधान के पास मजदूरी का पैसा लेने जाते है तो कुत्तो की तरह भगाए जाते हैं

बांदा: प्रधान के पास मजदूरी का पैसा लेने जाते है तो कुत्तो की तरह भगाए जाते हैं

जिला बांदा ब्लाक तिंदवारी गांव बम्बिया यहां के लोगों का कहना है कि 6 महीने पहले हमने मनरेगा के तहत खंती खौदा था तालाब में जिसका पैसा आज तक नहीं मिला है कई बार प्रधान पंचायत मित्र से कहा भी है पचायत मित्र का कहना है कि ऊपर से रुपए नहीं आया है तो क्या करे मजदूर लोग एक एक साल का इंतजार करेंगे तो लोगों का खर्च कैसे चल पाएगा जब गरीब मजदूर मजदूरी के भरोसे पड़े हुए हैं तो उनका समय से भुगतान क्यों नहीं सरकार द्वारा किया जाता है इसका कारण क्या है जबकि मनरेगा के तहत नेम के अनुसार एक हफ्ता के अंदर मजदूरों को पैसा आ जाना चाहिए उनके खाता पर अब ऐसा क्या नेम है कि एक एक सालों का पैसा पड़ा है इसी कारण से मजबूर होकर प्लान करते हैं देश परदेश मजदूरी करने के लिए जाने के लिए मजबूर रहते हैं अगर गांव घर में मनरेगा के तहत काम मिलताथा है पर समय से पैसा न मिलने के कारण लोग परदेस चले जाते हैं प्रधान बुद्ध विलास का कहना है कि किसी का पैसा खंती का नहीं पड़ा है जबकि सभी लोगों का पैसा का भुगतान कर दिया गया है
पंचायत मित्र धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि यह तो हमारी कोई कमी नहीं है जो लोगों के खाते में पैसे लगाए जाते हैं तो सरकार खुद के कभी कर रही है जबकि खुद के लोगों के खाते में पैसा जाता था लोग परेशान रहते हैं अब आधार कार्ड मांगते हैं इसी से गड़बड़ी हो जाते हैं किसी के सिम कार्ड पर पैसा पहुंच जाता है अनपढ़ लोग नहीं जानते हैं परेशान भी रहते हैं