देश भर में अभी तक दस राज्य बर्ड फ्लू यानी एवियन फ्लू से ग्रसित हो चुके हैं। इसी बीच मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी (एमएफएएचडी) मंत्रालय ने बुधवार, 13 जनवरी को सभी राज्यों से कहा कि वे अन्य राज्यों से पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों ( मुर्गी पालन) की आपूर्ति पर प्रतिबंध न लगाएं। उन्होंने कहा कि इससे पोल्ट्री उद्योग पर “नकारात्मक प्रभाव” पड़ेगा। मंत्रालय द्वारा कहा गया कि राज्य पोल्ट्री फार्म के उद्योगों पर रोक लगाने के अपने फैसले पर दोबारा से सोचें। साथ ही समाचार पत्रों के विज्ञापनों, सेमिनार आदि के ज़रिये लोगों के बीच मुर्गी पालन यानी पोल्ट्री फार्मिंग को लेकर जागरूकता फैलाई जाए।
9 राज्यों में फैला एवियन बर्ड फ्लू, मांस-अंडे को खाने को लेकर बड़ी अफवाहें
डीएएचडी ने पोल्ट्री उत्पाद को लेकर राज्यों से की बात
12 जनवरी, 2021 को डीएएचडी यानी मवेशी और डेयरी विकास के कुलपति सचिव की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित की गयी थी। जिसमें 17 राज्यों ने भाग लिया गया था। बैठक के ज़रिए राज्यों को अपने–अपने राज्यों में एवियन इन्फ्लुएंजा के बढ़ते प्रसार को सही तरह से प्रबंधन करने की सलाह दी गई थी।
– मंत्रालय ने कहा कि समस्या से निपटने के लिए राज्यों को स्वास्थ्य और वन विभाग के साथ बात करने और उन्हें इस मुद्दे के बारे में संवेदनशील बनाने के लिए कहने की ज़रूरत है।
– राज्यों से कहा गया कि वे सुरक्षा उपकरणों की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखें।
– राज्यों से कहा गया कि वह पोल्ट्री और अंडे की खपत के बारे में क्या करना चाहिए और क्या नहीं पर सलाह जारी करनी चाहिए। ताकि अफवाहों और गलत सूचनाओं के प्रसार से लोगों को परेशानी ना हो और पोल्ट्री किसानों को भी आर्थिक नुकसान का सामना ना करना पड़े।
दिल्ली सरकार ने हटाया अंडे/मांस की खरीद से प्रतिबंध
गुरुवार, 14 जनवरी को दिल्ली सरकार ने चिकेन की खरीद और बिक्री पर लगे प्रतिबंध को हटाने का आदेश दे दिया है। इससे पहले 9 जनवरी को दिल्ली सरकार ने बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए सबसे बड़ी पोल्ट्री मार्केट गाजीपुर को बंद करने का आदेश दिया था। लेकिन गाजीपुर मुर्गा मंडी से जालंधर भेजे गए 100 सैंपल नकारात्मक पाए गए। जिसकी वजह से दिल्ली में अभी बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हो पाई है। इस वजह से दिल्ली सरकार ने गाजीपुर पोल्ट्री मार्केट को खोलने का आदेश दिया है।
दिल्ली के संजय झील में बर्ड फ्लू की पुष्टि से पहले गाजीपुर मंडी से सैंपल जालंधर भेजे गए थे। हालांकि अब भी पशुपालन विभाग की टीम अलर्ट पर है और अलग–अलग इलाकों से सैंपल इकट्ठा कर रही है।
दिल्ली में बर्ड फ्लू की स्थिति को देखते हुए दिल्ली के तीनों नगर निगमों ने भी दुकानों और रेस्टॉरेंट के पोल्ट्री या ”चिकन” बेचने तथा रखने पर बुधवार,13 जनवरी को रोक लगा दी थी। अधिकारियों ने पहले कहा था कि मयूर विहार फेज-3, संजय झील और द्वारका सेक्टर 9 से लिए गए 10 नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। संजय झील में सोमवार,11 जनवरी को कई बत्तखें मृत पाई गई थीं।
पीएम ने कहा : रखें नज़र
सोमवार, 11जनवरी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि, “केरल, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली और महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि की गई है। बर्ड फ्लू के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए पोल्ट्री फार्म, चिड़ियाघरों, जल निकायों पर लगातार नजर रखी जानी चाहिए।”
पोल्ट्री फार्मिंग क्या है?
मांस अथवा अण्डे की प्राप्ति के लिये मुर्गी, टर्की, बत्तख आदि जानवरों को पालना कुक्कुट पालन यानी पोल्ट्री फार्मिंग कहलाता है। पोल्ट्री फार्म्स वैसे तो मुर्गे और मुर्गियों की अच्छी देखभाल और परवरिश के लिए बनाये गए थे। इनको बनाने के पीछे एक लक्ष्य था कि जानवरो और पशु पक्षियों को अच्छा भोजन मिल सके और वह बीमारियों से मुक्त हों। इनमें जानवरो में फैलने वाली बीमारियों से बचाव के लिए जानवरो का ख़ास ध्यान रखा जाता है, लेकिन धीरे धीरे समय के साथ इसमें काफी बदलाव आये। आज पोल्ट्री फार्मिंग का मतलब मुर्गियों के ब्रीडिंग, उठान और मारने से है ताकि उनके अंडे इकट्ठे किए जा सकें या उनका मांस काटा जा सके।
बर्ड फ्लू से ग्रसित राज्यों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। ऐसे में लोगों के बीच अफवाहों की हवा बहुत तेज़ी से फैली है। ऐसे में जागरूक रहना बेहद ज़रूरी है। अगर आप किसी भी जगह से अंडे/मांस खरीद रहे हैं तो उसे पकाने से पहले अच्छे धो लें तभी उसे खाएं। साथ ही, किसी भी मृत पक्षी के पास ना जाएं और उसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों को दें।