बाँदा: काम पर जा रहे सफाई कर्मी की बिना बात सुने पुलिस ने बरसाए डंडे :जिला बांदा कस्बा नरैनी| कोराना वायरस महामारी के चलते इस बीमारी से बचाव के लिए पूरे देश को लॉक डाउन कर दिया गया| जिसके चलते पुलिस पूरे दिन गश्त पर रोड में रहती है| ताकि कोई भीड ना लगा सके| इसी दौरान 8 मई को ड्यूटी पर जा रहे एक सफाई कर्मी तीरथ का आरोप है कि उसको पुलिस ने डंडों से पीटा है इस मामले को लेकर गुस्साए सफाई कर्मियों ने 9 मई की काम की हड़ताल कर दी जिस पर उन्हें नगर पंचायत अधिकारियों और पुलिस द्वारा आश्वासन दिया गया कि वह काम पर जाएं और उनको न्याय मिलेगा क्योंकि इस बीमारी के चलते सबको आगे आकर लड़ाई लड़नी है इसलिए काम बंद करना ठीक नहीं होगा| सफाई कर्मी तीरथ का कहना है कि उसकी ड्यूटी गौशाला में लगी हुई है वह सुबह 5:00 बजे गौशाला जाता है और दोपहर में 12:00 बजे के लगभग खाने के लिए आता है उसी दौरान वह खाना खाकर वापस जा रहा था तभी बसीर भवन के पास उसके साइकिल की चैन उतर गई तो वह चैन चढ़ाने लगा और मोबाइल में बैलेंस नहीं था तो सामने मोबाइल की दुकान थी तो वहां पर उसने बैलेंस डलवाने के लिए कहा इतने में आए पुलिसकर्मियों ने उसे डंडे मार दिए उसने कहा कि वह सफाई कर्मी है और इसका उसके पास पास है वह ड्यूटी पर जा रहा है लेकिन फिर भी उन्होंने एक न सुनी और उसके चार पांच डंडे लगाएं जिससे उसके कई चोटें आई हैं| उसका कहना है कि वह काम करेंगे क्योंकि इस तरह की महामारी चल रही है जिसमें उनको सबको आगे बढ़कर इस बीमारी से बचने के लिए खड़े रहना है लेकिन वह चाहते हैं कि उनको न्याय मिले क्योंकि ड्यूटी कर रहे व्यक्ति पर पुलिस ने डंडे चलाएं हैं| नरैनी ऐसो गिरेंद्र सिंह का कहना है कि भीड़ को हटाने के लिए थोड़ा सख्ती बरतनी पड़ती है इस बीच उसके दो चार डंडे लग गए आपस में बैठकर समझौता कर लिया गया है और अब यह मामला खत्म हो गया है |