यूपी पुलिस ने एक कारनामा कर दिखाया है, अलीगढ़ में पुलिस ने एक एनकाउंटर में हत्या के दो आरोपियों को मौत के घाट उतार दिया। इन बदमाशों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम था। इस एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने स्थानीय पत्रकारों को बुलाकर उनसे वीडियोग्राफी करवाई।
एनकाउंटर की रिकॉर्ड की गई पूरी फुटेज में एनकाउंटर शुरू होने की जगह से एनकाउंटर खत्म होने तक की जगह की पूरी घटना रिकॉर्ड की गई है जिसमें बंदूक थामे पुलिस वाले बदमाशों पर फायरिंग करते हुए साफ देखे जा सकते हैं।
एक चैनल के सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने यह भी दावा किया है कि बीते कई दिनों से वह दोनों आरोपी मुस्तकीम और नौशाद की तलाश कर रहे थे। इन दोनों आरोपियों पर लगभग छह हत्याओं के लिए मामला दर्ज है। उन हत्याओं में दो हिन्दू पुजारी भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, अलीगढ़ पुलिस प्रमुख अजय साहनी ने मौजूदा पत्रकारों को बताया कि यह एनकाउंटर 20 सितम्बर, सुबह 6:30 बजे शुरू हुआ। उस वक्त मोटरसाईकिल पर सवार दो लोग जा रहे थे तब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन जब उन्हें रोकने की कोशिश की गई, तो उन्होंने पुलिस पर गोली चला दी। इसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया। इसके बाद कुछ दूर जाकर वह एक खली प्लाट में छिप गए। गुंडों और पुलिस के बीच गोलीबारी हुई।
पुलिस ने बताया कि जब हमने गोलियां चलाईं तो उन दोनों को लगीं। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस एनकाउंटर में पुलिस का एक कर्मी भी घायल हुआ है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद मार्च, 2017 से अब तक कुल 66 लोग पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। वहीं अब तक 1,000 से ज़्यादा एनकाउंटर हो चुका रही है।