साल 2022 में विधानसभा का चुनाव आने वाला है जिसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 13 दिसंबर 2021 को बाबा काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण (उद्घटान) किया गया। हालाँकि, अभी कॉरिडोर पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुआ है तो इसे हम एक तरह से चुनावी पासा फेंकना कह सकते हैं।
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आपको बता दें, करीब 32 महीने में पूरे मंदिर की रूपरेखा बदल दी गयी। अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर बाबा काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर की खासियत क्या है तो आपको बता दें कि करीब सवा 5 लाख स्क्वायर फीट में काशी विश्वनाथ धाम को बनाया गया है। कॉरिडोर में छोटी-बड़ी 23 इमारतें और 27 मंदिर हैं। अब काशी विश्वनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को गलियों और तंग संकरे रास्तों से नहीं गुजरना पड़ेगा। पूरे कॉरिडोर को लगभग 50,000 वर्ग मीटर के एक बड़े परिसर में बनाया गया है। इसके आलावा कॉरिडोर में मंदिर चौक, मुमुक्षु भवन, तीन यात्री सुविधा केंद्र, चार शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मल्टीपरपस हॉल, सिटी म्यूजियम, वाराणसी गैलरी जैसी सुख-सुविधाओं की भी व्यवस्था की गयी है।
14 दिसंबर 2021 को मंदिर में वार्षिक समारोह का आयोजन किया गया। लोगों का कहना है कि उन्हें मंदिर आने से शांति मिलती है। लोगों ने यह भी बताया कि एक साल में ब्लॉक चिरईगांव में चार बार मेला भी लगता है। यहां बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं। लोगों ने कहा कि मंदिर को देखने भर से ही संतुष्टि मिल जाती है। वार्षिक समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए बेरोज़गारी, शिक्षा, सड़क आदि मुद्दों की सफलताओं पर बात रखी। वहीं कहीं न कहीं इससे यह बात भी महसूस हो रही थी कि चुनावी हलचल अब और गर्मा गयी है।
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