अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज रेलवे स्टेशन 9 फरवरी से 14 फरवरी तक बंद रहेगा लेकिन प्रयागराज जाने वाले रास्ते में 8 स्टेशनों पर नियमित और विशेष ट्रेनें चलती रहेंगी। इन स्टेशनों के नाम हैं – प्रयागराज छिवकी, नैनी, प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग और झूसी।
लेखन – सुचित्रा
प्रयागराज में महाकुम्भ में आई भीड़ और ट्रैफिक जाम को देखते हुए प्रयागराज रेलवे स्टेशन को बंद करने की घोषणा की गई। अधिकारीयों ने कल सोमवार 10 फरवरी 2025 को यह जानकारी दी कि प्रयागराज रेलवे स्टेशन 9 फरवरी से 14 फरवरी तक बंद रहेगा। इसके साथ ही प्री-प्राइमरी से 12 तक के सभी स्कूलों को 11 से 14 फरवरी तक बंद करने की घोषणा की गई। इसकी जानकारी जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने दी। महाकुम्भ में जाने के लिए भीड़ ट्रेन के इंजन में घुसती दिखाई दी तो वहीं मधुबनी रेलवे स्टेशन पर भीड़ ने स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में जबरन घुसने की कोशिश की।
यूपी के प्रयागराज महाकुम्भ में शामिल होने के लिए वाहनों की भीड़ की वजह से सड़कों पर 300 किमी तक लम्बा जाम देखा गया। यह जाम मध्य प्रदेश के कटनी से प्रयागराज जाने वाले रास्ते पर पर लगा हुआ था। इसका असर स्कूल और सड़कों पर दिखाई दिया। प्रशासन ने स्कूल बंद करने की घोषणा की तो दूसरी तरफ प्रयागराज का स्टेशन कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया।
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महाकुम्भ की वजह से प्रयागराज स्टेशन बंद
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज रेलवे स्टेशन 9 फरवरी से 14 फरवरी तक बंद रहेगा लेकिन प्रयागराज जाने वाले रास्ते में 8 स्टेशनों पर नियमित और विशेष ट्रेनें चलती रहेंगी। इन स्टेशनों के नाम हैं – प्रयागराज छिवकी, नैनी, प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग और झूसी।
मधुबनी स्वंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के भीड़ ने तोड़े शीशे
इसी बीच सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन पर लोगों की भीड़ ने ट्रेन पर पथराव किया। भीड़ जबरन घुसना चाहती थी लेकिन दरवाजे बंद थे। भीड़ ने गुस्से में AC बोगी की कांच की खिड़कियाँ तोड़ दी। और भारी नुकसान हुआ। इंडिया टुडे के अनुसार, तोड़फोड़ की यह घटना इसलिए हुई क्योंकि महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालु इस बात से नाराज़ थे कि वे पहले से ही खचाखच भरी स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में सवार नहीं हो सके।
जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में कुंभ स्नान को लेकर यात्रियों की काफी भीड़ थी. जनरल कंपार्टमेंट से लेकर AC कोच में पैर रखने की जगह नहीं थी. मधुबनी स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे. ट्रेन में पहले से ही भीड़ होने की वजह से… pic.twitter.com/kFWITEDSer
— Dr. Laxman Yadav (@DrLaxman_Yadav) February 11, 2025
इसी तरह की घटना पहले भी सामने आ चुकी है जहां मध्य प्रदेश में झांसी से प्रयागराज जा रही एक विशेष ट्रेन पर हरपालपुर स्टेशन पर पथराव किया गया था।
महाकुम्भ की वजह से ट्रेन के इंजन में घुसे यात्री
महाकुम्भ में वाराणसी कैंट से प्रयागराज के लिए जाने वाली कुंभ मेला स्पेशल ट्रेन में शनिवार 8 फरवरी 2025 को अधिक भीड़ होने की वजह से लोग ट्रेन के इंजन में ही चढ़ गए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। हालाँकि मौके पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के अधिकारियों ने यात्रियों को इंजन से बाहर कर दिया था।
भारतीय रेल में आपका स्वागत है!#MahaKumbh2025 pic.twitter.com/OEpODiBXye
— Dr. Laxman Yadav (@DrLaxman_Yadav) February 9, 2025
घंटों जाम का लोग कर रहे सामना
प्रयागराज जाने वाले रास्ते पर जाम लगने से लोग सड़क पर घंटों फंसे रहे जिससे लोगों को बुनियादी जरूरत नहीं मिल पाई। उदहारण के लिए लोगों के पास खाना नहीं है, उन्हें शौचालय जाने में असुविधा हो रही है। ऐसे में वो क्या करें? पुलिस भी ने वाहनों को कटनी और जबलपुर की ओर लौटने को कहती दिखाई दी। पुलिस वाहनों ने लाउडस्पीकर से घोषणा की आगे जाम है वापस लौट जाइए प्रयागराज की ओर आप आगे नहीं जा पाएंगे। इस पर दैनिक भास्कर ने जाम में फंसे लोगों से बात भी की।
प्रयागराज में लाखों लोग 10-15 घंटे तक अपनी गाड़ियों में फंसे रहे, जिससे उन्हें भोजन, पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ा। अगर लोगों को इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तो क्या यह लापरवाही, कुप्रबंधन का संकेत नहीं है? #MahaKumbh2025 pic.twitter.com/KPqSOXTFer
— Dr. Laxman Yadav (@DrLaxman_Yadav) February 10, 2025
महाकुम्भ के लिए जो वादे और सुविधा की बात की गई थी क्या आपको इन तस्वीरों को देखकर लगता है कि प्रशासन ने अपना काम सही तरह से किया है? यदि किया होता तो लोग घंटों जाम में क्यों फसते और स्कूल बंद करने की नौबत क्यों आती? महाकुम्भ में भगदड़ में हुए इतने बड़े हादसे के बावजूद भी लोगों की भीड़ कम नहीं है। ऐसे में सरकार को और सतर्क रहने की आवश्यकता है।
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