खबर लहरिया Blog गर्मी तो गर्मी बारिश होने के बाद भी पानी को तरसते लोग

गर्मी तो गर्मी बारिश होने के बाद भी पानी को तरसते लोग

गर्मी की शुरुआत होने के पहले से ही ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या गहराने लगती है, ऐसा ही एक मामला टीकमगढ़ जिले के मोगना हरिजन बस्ती का है| जहां पानी की समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है और लगभग 20 सालों से यहां के ग्रामीण इधर-उधर दो-दो बूंद पानी के लिए भटक रहे है,लेकिन उस बस्ती में 500 की आबादी पर सिर्फ दो ही हैंडपंप लगे हैं दोनों हैडपंप सरकारी है पर ध्वस्त है ना के बराबर पानी आता है,अब तो गर्मी के साथ ही बरसात शुरू हो गया है इस बरसात में लोगों को पानी लेने दूर तक जाना अपने आप में एक बड़ी समस्या है |

ग्रामीणों का कहना है

हम लोगों बारह महीना पानी की इस समस्या से जुझते है,लेकिन  गर्मी का मौसम आते ही हम लोग टेंशन में हो जाते हैं कि पानी कहां से ला पाएंगे ज्यादातर पानी की किल्लत गर्मियों में ही होती है ठंड में किसी तरह हम इधर-उधर से ला कर अपना गुजारा कर लेते हैं लेकिन गर्मियों में हर जगह पानी की समस्या होती है, तो हमें दूसरा  कोई पानी नहीं दे सकता है सभी बस्ती के लोगों को पानी की जरूरत है और जब एक साथ सब जाते हैं पानी लेने कई किलोमीटर दूर तो वहां पर काफी भीड़ लग जाती है यही नहीं पानी भरने के दौरान लड़ाइयां भी चालू हो जाती है घर में बच्चे से लेकर बड़े तक सभी पानी भरने जाते हैं और साइकिल पर लेकर आते हैं इतनी तपती धूप में हम लोग पानी ही पूरे दिन भरते रहते हैं |

महिलाओं का कहना है 

यहां की जो भी महिलाएं हैं पानी के लिए सबसे पहले सुबह 4:00 बजे उठ जाती हैं और आधी रात तक पानी भरकर लाती है, यहां तक की पूरी रात सो भी नहीं पाते हैं पानी की वजह से जब पानी नहीं मिलता है, तो किसी के कुए से या किसी के निजी बोर से पानी भरकर लाते हैं सबसे ज्यादा तो यहां पानी की समस्याओं से महिलाएं जूझ रही है क्योंकि महिलाओं को ही घर का सारा काम करना पड़ता है नहाने से लेकर खाना बनाने तक का यहां तक कि घर में जानवर भी पाले हुए हैं उन्हें भी पानी की जरूरत होती है, लेकिन क्या करें मजबूर है|

इस मामले में ग्राम पंचायत मोगना के सरपंच हरिकिशन ने बताया है

हरिजन बस्ती में 2 हैण्डपंप है एक खराब है उसमें पानी नहीं है और एक हैंडपंप 2017 में साफ भी कराया था फिर भी लोगों को पानी की पूर्ति नहीं होती उसके बाद हैंडपंप में मोटर डलवा दी जिससे लोगों को ज्यादा दिक्कत ना हो और समय-समय पर सभी लोगों को पानी मिले गर्मियों के दिन में तो और ज्यादा ही पानी की किल्लत होती है जब लाइट चली जाती है तो लोगों को परेशानियां आती है वैसे तो सभी लोग इस बोर्ड से ही पानी भरते हैं जब धरती के नीचे ही पानी नहीं है, तो उसमें हम क्या कर सकते हैं हमने अपनी तरफ से पूरा प्रयास किया हैं कि हमारे गांव के लोग इधर-उधर ना भटके और सभी को पर्याप्त रूप से पानी मिल सके