बिहार, उत्तर प्रदेश और अनगिनत शहरों से यहां लोग आते हैं। ऐसे में इस तरह की घटनाओं से उनके भीतर डर पैदा हो गया है। भाषा को इस तरह जबरन थोपना क्या सही है? मंगलवार को जो घटना घटी उसमें एक महिला की गोद में बच्चा था जिसे मराठी न बोलने पर सोसाइटी के लोगों ने पीटा।
लेखन – सुचित्रा
महाराष्ट्र में ठाणे जिले के डोंबिवली में अंग्रेजी भाषा में “एक्सक्यूज मी” बोलने पर दो महिलाओं की पिटाई कर दी गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दोनों महिलाएं स्कूटी (दोपहिया वाहन) से अपनी हाउसिंग सोसायटी के परिसर में प्रवेश कर रही थीं। जिन लोगों ने उनकी पिटाई की वे चाहते थे दोनों महिलाएं मराठी में बात करें। यह घटना मंगलवार 8 अप्रैल 2025 की बताई जा रही है।
हाल ही में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के नेता राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में मराठी में बात करने को था। इसके साथ ही कथित तौर पर मराठी न बोलने वाले को थप्पड़ मारने को कहा था। इस वजह से आए दिन अब महाराष्ट्र में जबरन मराठी भाषा को बोलने पर जोर दिया जा रहा है।
महाराष्ट्र में देश के अलग-अलग राज्यों से लोग अपने रोजगार की तलाश में यहां आते हैं। बिहार, उत्तर प्रदेश और अनगिनत शहरों से यहां लोग आते हैं। ऐसे में इस तरह की घटनाओं से उनके भीतर डर पैदा हो गया है। भाषा को इस तरह जबरन थोपना क्या सही है? मंगलवार को जो घटना घटी उसमें एक महिला की गोद में बच्चा था जिसे मराठी न बोलने पर सोसाइटी के लोगों ने पीटा।
मराठी न बोलने पर दो महिलाओं को पीटा
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने दावा किया कि जब वह स्कूटी चलाकर सोसाइटी के अंदर जा रही थी तब प्रवेश द्वार में खड़े एक युवक को उसने “एक्सक्यूज मी” यानी हिंदी में “क्षमा करें” कहा तो वह व्यक्ति कथित रूप से नाराज हो गया। उसने उससे मराठी में बात करने को कहा था। सोसाइटी की इमारत के भूतल (ग्राउंड फ्लोर) पर रहने वाले व्यक्ति ने कथित तौर पर पीछे बैठी महिला की बांह मरोड़ दी। इसके बाद जब आरोपी के परिवार की चार-पांच महिलाएं और दो युवक इकट्ठा हुए और कथित तौर पर दोनों महिलाओं को पीटने लगे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
Two women, one of them carrying a baby in her arms, were on Tuesday, April 8, beaten up in Dombivli in the district for allegedly saying “excuse me” instead of speaking in Marathi.
As a video of the incident went viral, police said they were conducting the preliminary probe.… pic.twitter.com/JrtMftxA4n
— The Siasat Daily (@TheSiasatDaily) April 8, 2025
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ। वहां खड़े लोगों ने बताया कि जो लोग मार रहे थे उन्हें महिला के 9 महीने के बच्चे की भी परवाह नहीं की। दो महिलाओं में से एक के पास 9 महीनें का बच्चा था जिसे उसने गोद में ले रखा था।
जानकारी के अनुसार, विष्णु नगर पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक संजय पवार ने बताया कि वीडियो की जांच की जा रही है फिलहाल अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्तों ने मराठी भाषा का इस्तेमाल न होने पर मारे थप्पड़
इससे पहले भी महाराष्ट्र के अंधेरी (पश्चिम) के डी मार्ट / DMart के एक कर्मचारी को कथित तौर पर राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने थप्पड़ मारा था क्योंकि उसने एक ग्राहक से मराठी में बात करने से इनकार कर दिया था। यह घटना मंगलवार 25 मार्च 2025 को सामने आई थी।
A #DMart employee was allegedly slapped by #RajThackray’s Maharashtra Navnirman Sena (MNS) workers after he refused to speak in #Marathi with a customer.
The incident took place on Tuesday, March 25, at the #Versova outlet, #Andheri (West).
Two videos have emerged, one where… pic.twitter.com/JNgWMAwN0R
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) March 26, 2025
इस वीडियो में D-Mart कर्मचारी एक ग्राहक से कहता है “मैं मराठी में बात नहीं करूंगा। मैं केवल हिंदी में बात करूंगा। जो करना है करो।”
जब ग्राहक उसे शांत स्वर में बात करने के लिए कहता है, तो कर्मचारी मना कर देता है। दूसरे वीडियो में देखा जा सकता है कि कर्मचारी को MNS पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और उसे थप्पड़ मारे, माफ़ी मांगने के अंदाज़ में उसके कान पकड़े और उसे मराठी में माफ़ी मांगने के लिए कहा।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्तों ने कर्मचारी को धमकाया
मनसे कार्यकर्ताओं में से एक ने कर्मचारी को धमकाते हुए कहा, “अगर तुम्हें मुंबई में रहना और काम करना चाहते हो तो तुम्हें मराठी में बात करनी होगी। अन्यथा, तुम अपने गांव जा सकते हो।” भाषा को लेकर इस तरह के बर्ताव को लेकर यह वीडियो पूरे सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने बैंक में मराठी भाषा इस्तेमाल करने को लेकर धमकाया
ऐसी ही एक और घटना का वीडियो वायरल हुआ जहां उल्लास नगर के स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में नवनिर्माण सेना के कार्यकर्तों ने घुसकर अंग्रेजी में लगे सभी पोस्टर को फाड़ दिया। इसके साथ ही बैंक के कर्मचारियों को मराठी भाषा का इस्तेमाल करने को धमकाया।
आतंक बढ़ता जा रहा है!#marathi
pic.twitter.com/O3Ik2RZDVH— Dr. B L Bairwa MS, FACS (@Lap_surgeon) April 5, 2025
हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस की सोमवार 31 मार्च 2025 की रिपोर्ट में बताया गया कि रविवार 30 मार्च 2025 को सेंट्रल मुंबई के शिवाजी पार्क में पार्टी की वार्षिक गुड़ी पड़वा रैली को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, “हमारी मुंबई में, वे हमें कहते हैं कि वे मराठी नहीं बोल सकते… उन्हें मुंह पर तमाचा पड़ेगा। मुझे देश और बाकी सब के बारे में मत बताओ। हर राज्य की अपनी भाषा होती है और उसका सम्मान किया जाना चाहिए। मुंबई में मराठी का सम्मान किया जाना चाहिए।”
To those who don’t speak Marathi this video will make it easier for you to understand what Raj Thackeray said in his speech.
“Respect for Marathi must be upheld! Every state has an official language, and in Maharashtra, it is Marathi. ✊🔥#RajThackeray #Marathi pic.twitter.com/XpT3JEGPWD
— Akshay Joshi (@AkshayJoshi_11) April 3, 2025
इन घटनाओं को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर चिंता जताई थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं को फिलहाल आंदोलन रोकने का निर्देश देते हुए कहा कि उन्होंने “पर्याप्त जागरूकता पैदा कर दी है।”
भाषा को लेकर इस तरह की घटना आपसी मतभेदों को पैदा करती है। भाषा को किसी पर जबरन थोपना उसकी भाषा बोलने के अधिकार पर भी सवाल खड़ा करता है।
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