पटना जिले के दानापुर घाट से डेढ़ किलोमीटर दूर गंगा नदी के किनारे एक मरीन ड्राइव है। अगर आप इस मरीन ड्राइव पर खड़े होकर देखते हैं, तो आपको एक ही जगह पर सब कुछ दिख जाएगा— जैसे पुल के नीचे से निकलती हुई ट्रेन, पुल के ऊपर बस, ऑटो, रिक्शा, मोटरसाइकिल, नीचे पानी में तैरती हुई नाव और रोड पर टहलते हुए लोग। साथ ही, आप यहां पर डूबते हुए सूरज को भी देखकर मन को सुकून दे सकते हैं।
रिपोर्ट – सुमन, लेखन – सुनीता प्रजापति
सर्दी के मौसम में बाहर घूमने और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने का मन तो करता ही होगा। अगर आप बिहार राज्य के पटना जिले के रहने वाले हैं, तो सबसे सस्ती जगह पिकनिक, घूमने और सेल्फी लेने के लिए मरीन ड्राइव है। यहां आप अपने दोस्तों के साथ खूब मजे कर सकते हैं।
वैसे भारत में मरीन ड्राइव कई जगहों पर बनी है। कुछ मरीन ड्राइव के नाम हम यहां बता रहे हैं— मुंबई, ऋषिकेश, भोपाल, लखनऊ और पटना में मरीन ड्राइव बनकर तैयार हो चुकी है। लेकिन हम आज बात कर रहे हैं बिहार राज्य के पटना जिले के मरीन ड्राइव की।
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मरीन ड्राइव क्या है?
मरीन ड्राइव ऐसी जगह का नाम है, जहां आप अपने दोस्तों के साथ घूम सकते हैं। यहां पर लगी रंग-बिरंगी लाइटों की रौशनी और पानी आपको जन्नत में होने का अहसास कराते हैं। यह एक ऐसी जगह है, जहां आपको समुद्र देखने का अहसास होगा, आकाश में तारे और चाँद के साथ खेलने का अहसास होगा। यहां आप सेल्फी ले सकते हैं और वहां के प्रसिद्ध खाने का स्वाद सस्ते दामों में ले सकते हैं। वैसे, हर मरीन ड्राइव की अपनी खासियत होती है।
मरीन ड्राइव की खासियत
पटना जिले के दानापुर घाट से डेढ़ किलोमीटर दूर गंगा नदी के किनारे यह मरीन ड्राइव बनी है। गंगा नदी के ऊपर एक डबल ब्रिज बना हुआ है। अगर आप इस मरीन ड्राइव पर खड़े होकर देखते हैं, तो आपको एक ही जगह पर सब कुछ दिख जाएगा— जैसे पुल के नीचे से निकलती हुई ट्रेन, पुल के ऊपर बस, ऑटो, रिक्शा, मोटरसाइकिल, नीचे पानी में तैरती हुई नाव और रोड पर टहलते हुए लोग। साथ ही, आप यहां पर डूबते हुए सूरज को भी देखकर मन को सुकून दे सकते हैं।
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मरीन ड्राइव पर आए लोगों के अनुभव
जोया जो पटना की ही रहने वाली है। उन्होंने बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ करीब साढ़े पांच बजे आई थी। उसने यहां नदी के किनारे बैठकर डूबते हुए सूरज की परछाई को देखा जो बहुत ही खूबसूरत लगता है। शोर-शराबे से दूर बैठकर पानी को देखना, जिसमें ट्रेन चलती हुई नजर आती है। इसके साथ ही नीचे मोटरसाइकिल को देखना अच्छा लगता है। मरीन ड्राइव वह साल में तीन से चार बार आती हैं, और हर बार उन्हें एक अलग तरह का सुकून मिलता है।
मरीन ड्राइव का नज़ारा
मरीन ड्राइव में नदी किनारे घोड़े की सवारी करना, बच्चों के लिए रिमोट गाड़ी पर सवारी करना, बैठे हुए लोगों का गाना गाना और उन्हें बैठकर सुनना, आइसक्रीम बेचने वाले लोगों का नाचते हुए आइसक्रीम देना, यूट्यूबर का अपने यूट्यूब के लिए एक्टिंग करना, और बिना किसी रोक-टोक के आप अपने पार्टनर के साथ घूम सकते हैं, अपने दोस्तों के साथ मस्ती कर सकते हैं— यह सारी चीजें मरीन ड्राइव को खास बनाती हैं।
मरीन ड्राइव की फेमस कुल्हड़ स्पेशल चाय
ठंड के मौसम में कुल्हड़ वाली स्पेशल चाय और आप चाय न पिएं, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। मरीन ड्राइव में नॉर्मल चाय नहीं मिलती। यहां पर करीब तीस दुकानें हैं, जो सिर्फ चाय की ही होती हैं। ये चाय की दुकानें साधारण नहीं होती। यहां चाय को कुल्हड़ में पका कर दी जाती है। इसे बनाने में दुकानदार काफी मेहनत करता है— पहले चाय को चायदानी में बनाया जाता है, फिर कुल्हड़ को आग में गर्म किया जाता है। उसके बाद चाय को दो से तीन मिनट तक अच्छे से पकाया जाता है, जिसका स्वाद एकदम अलग होता है।
मरीन ड्राइव की शुरुआत कहां से होती है?
अगर आपको डबल ब्रिज दिख जाए, तो समझ लें कि आप मरीन ड्राइव पर पहुंच गए हैं। मरीन ड्राइव की शुरुआत अशोक पद रोड से होती है, जहां पर आपको एक बोर्ड दिखेगा। आपको यहां पर लिखा दिखाई देगा “आई लव चकाचक पटना”। आप वहां बैठकर नदी के किनारे ठंडी हवाओं का मजा ले सकते हैं, नदी पर वोटिंग कर सकते हैं, घोड़े की सवारी कर सकते हैं और दुकानों से खाने-पीने का सामान लेकर अपने दोस्तों के साथ मजे कर सकते हैं।
दुकानदारों की बातें
जितेंद्र कुमार ने बताया कि वे यहां पिछले चार सालों से चाय की दुकान लगाते हैं, जिसमें उनका भाई भी साथ काम करता है। वे बताते हैं कि “यह रास्ता 2020 में बना था और यहां पर सर्दियों में शाम 5 बजे से रात 11 बजे तक लोगों का आना-जाना रहता है, जबकि गर्मियों में शाम 4 बजे से रात 2 बजे तक लोग आते-जाते रहते हैं। यह एक हाईवे है, जो कई जगहों को जोड़ता है। यहां पर ज्यादातर लोग पटना से ही घूमने आते हैं। यदि उन्हें देर तक रुकना होता है तो वे अपनी गाड़ी लेकर आते हैं। जो लोग जल्दी जाना चाहते हैं, वे ऑटो से आते हैं। वे और उनका परिवार रात 11:30 बजे तक यहां रुकते हैं। उनके लिए यह अच्छा कमाई का साधन बन गया है। शनिवार और रविवार को भीड़ ज्यादा होती है, जबकि बाकी दिनों में लोग काम पर होते हैं, इसलिए कम लोग आते हैं। यहां पर घूमने का अच्छा जरिया बन गया है, जिससे सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाता है। नदी के किनारे रेलिंग लगाई जा रही है, ताकि किसी भी तरह का हादसा न हो।”
आइसक्रीम वाले दुकानदार ने बताया कि उन्होंने यहां आने के चार से छह महीने हुए हैं। वे कहते हैं कि यहां का माहौल बहुत अच्छा है और बिक्री भी अच्छी हो जाती है। लोग यहां आते जाते रहते हैं और इस वजह से समय का पता ही नहीं चलता कि रात कब हो जाती है।
मरीन ड्राइव न केवल एक शानदार घूमने की जगह है, बल्कि यह पटना की सर्दी में ठंडी हवाओं और खूबसूरत दृश्यों का आनंद लेने के लिए एक बेहद खूबसूरत जगह भी है। यहां आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ सुकून भरे पल बिता सकते हैं और खूबसूरत यादें तस्वीरों और यादों में हेमशा के लिए रख सकते हैं बना सकते हैं।
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