आज हम आपको पटना जिले में स्थित एक गांव जिसका नाम निसियामा है उसके बारे में बताने जा रहे हैं, जहां 80% किसान भिंडी की खेती करते हैं। भिंडी की खेती का महत्वपूर्ण स्थान ग्रामीण भारतीय कृषि में है। यह एक प्रकार की सब्ज़ी है जो खाने को लज़ीज़ बनाने के साथ-साथ और पोषण प्रदान करने का भी काम करती है। यहां के किसान भिंडी की खेती को एक व्यापार के रूप में देखते हैं और इससे एक अच्छी आय भी प्राप्त करते हैं। इस गांव के किसानों के पास भिंडी की खेती के लिए बहुत ज्ञान और अनुभव है। इस क्षेत्र में जलवायु और मृदा की अनोखी गुणवत्ता होने की वजह से भिंडी की खेती यहां बहुत सफलतापूर्वक की जा रही है।
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यहां के किसानों को भिंडी की खेती के लिए उपयुक्त ज़मीन चुननी पड़ती है। भिंडी की खेती के लिए शुष्क और उचित मृदा का चयन करना आवश्यक होता है ताकि पौधों को आवश्यक मात्रा में पोषक तत्व मिल सकें। वे खेती में उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का उपयोग करते हैं और खाद की उचित मात्रा उपयोग करते हैं ताकि पौधों को पूरे विकास के लिए पोषक तत्व प्राप्त हो सकें।
इन किसानों ने बारिश के समय अधिक खेती के लिए जल निकास प्रणाली की व्यवस्था भी की है।
भिंडी की खेती से इन किसानों को बहुत अच्छी कमाई होती है। उनकी मेहनत और समय के साथ, वे अच्छी आय प्राप्त करते हैं। भिंडी उत्पादन की मांग के कारण, उत्पाद उच्च मूल्य पर बिकता है।
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