खबर लहरिया Blog Paralympics 2024 Day 5 Medals: पेरिस पैरालंपिक गेम्स के 5वें दिन भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने जीते 8 मेडल, जानें किसने किस फील्ड में जीते मेडल

Paralympics 2024 Day 5 Medals: पेरिस पैरालंपिक गेम्स के 5वें दिन भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने जीते 8 मेडल, जानें किसने किस फील्ड में जीते मेडल

पेरिस पैरालंपिक गेम्स के 5वें दिन नितेश कुमार (Nitesh Kumar) को स्वर्ण, सुमित अंतिल (Sumit Antil) को स्वर्ण, योगेश कथुनिया (Yogesh Kathuniya) को सिल्वर, थुलासिमथी मुरुगेसन (Thulasimathi Murugesan) को सिल्वर, सुहास यतिराज (Suhas Yathiraj) को सिल्वर, मनीषा रामदास (Manisha Ramadass) को ब्रॉन्ज़, शीतल देवी (Sheetal Devi) और राकेश कुमार (Rakesh Kumar) को ब्रॉन्ज़, नित्या श्री सिवन (Nithya Sre Sivan) को ब्रॉन्ज़ मेडल मिला।

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                     पेरिस पैरालंपिक गेम्स के 5वें दिन भारत को मेडल जीताने वाले भारतीय पैरा खिलाड़ियों की तस्वीर ( फोटो साभार – सोशल मीडिया)

पेरिस पैरालंपिक गेम्स के 5वें दिन में भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने कुल 8 मेडल जीत भारत को मेडल तालिका में 15वें नंबर पर पहुंचा दिया है। पैरालंपिक गेम्स के 5वें दिन में भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने 2 गोल्ड ,3 सिल्वर व 3 ब्रॉन्ज़ मेडल जीते, जिससे अब मेडल्स की कुल संख्या 15 हो गई है। भारत अब तक 3 गोल्ड, 5 सिल्वर व 7 ब्रॉन्ज़ मेडल जीत चुका है।

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इन पैरा खिलाड़ियों ने पैरालंपिक के 5वें दिन जीते मेडल

नितेश कुमार (Nitesh Kumar) को स्वर्ण, सुमित अंतिल (Sumit Antil) को स्वर्ण, योगेश कथुनिया (Yogesh Kathuniya) को सिल्वर, थुलासिमथी मुरुगेसन (Thulasimathi Murugesan) को सिल्वर, सुहास यतिराज (Suhas Yathiraj) को सिल्वर, मनीषा रामदास (Manisha Ramadass) को ब्रॉन्ज़, शीतल देवी (Sheetal Devi) और राकेश कुमार (Rakesh Kumar) को ब्रॉन्ज़, नित्या श्री सिवन (Nithya Sre Sivan) को ब्रॉन्ज़।

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गोल्ड मेडलिस्ट पैरा खिलाड़ी सुमित अंतिल (Sumit Antil)

                                                                                       भारतीय पैरा खिलाड़ी सुमित अंतिल की तस्वीर (फोटो साभार – सोशल मीडिया)

भारतीय पैरा खिलाड़ी सुमित अंतिल (Sumit Antil) ने सोमवार, 2 सितंबर को पुरुषों के भाला फेंक F64 वर्ग ( men’s javelin throw F64 class) स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही वह पैरालिंपिक में अपने खिताब को सुरक्षित करने वाले पहले पुरुष भारतीय पैरा-एथलीट बन गए हैं।

26 वर्षीय भारतीय पैरा-एथलीट ने स्टेड डी फ्रांस (Stade de France) में 70.59 मीटर के जैवलिन थ्रो के साथ नया पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाया।

सुमित अंतिल ने जेवलिन थ्रो के अपने पहले प्रयास में 69.11 मीटर के नए पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ शुरुआत की, जिससे उन्होंने अपना 68.55 मीटर का पिछड़ा रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।

इसके बाद सुमित ने अपने दूसरे प्रयास में 70.59 मीटर का अपना सबसे बेहतरीन थ्रो फेंका। उनका पांचवा थ्रो 69.04 मीटर का रहा। बता दें, सुमित के नाम F64 वर्ग में 73.29 मीटर का विश्व रिकॉर्ड भी है।

श्रीलंका के डुलान कोडिथुवाक्कू ( Dulan Kodithuwakku) ने F44 में 67.03 मीटर का थ्रो फेंक दूसरा स्थान हासिल किया। वहीं ऑस्ट्रेलिया के माइकल ब्यूरियन (Michal Burian) F44 वर्ग में 64.89 मीटर के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

गोल्ड मेडलिस्ट पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी नितेश कुमार (Nitesh Kumar)

                             पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी नितेश कुमार की तस्वीर (फोटो साभार – सोशल मीडिया)

पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी नितेश कुमार ने मेंस सिंग्लस बैडमिंटन एसएल3 में (men’s singles SL3 event) सोमवार को स्वर्ण पदक जीता। स्वर्ण पदक के लिए नितेश कुमार और ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बेथेल के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। खेल का पहला सेट 21-14 के साथ नितेश के नाम रहा तो वहीं दूसरा सेट 18-21 से डेनियल के नाम रहा।

आखिरी सेट में नितेश ने बेहतरीन वापसी की और 23-21 के साथ मैच को जीत लिया और स्वर्ण पदक विजेता बन गए।

स्पोर्ट्स स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, एसएल3 श्रेणी में ऐसे खिलाड़ी शामिल होते हैं जिनके एक या दोनों अंगों में मध्यम रूप से प्रतिबंधित गतिविधि होती है या अंगों की अनुपस्थिति होती है। खेल आधी-चौड़ाई वाले कोर्ट में खेला जाता है जिसमें खेले जाने वाले शॉट्स पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है।

सिल्वर मेडलिस्ट पैरा बैडमिंटन प्लेयर सुहास यतिराज (Suhas Yathiraj)

                                                  41 वर्षीय सुहास यतिराज की तस्वीर (फोटो साभार – सोशल मीडिया)

41 वर्षीय सुहास यतिराज (Suhas Yathiraj) ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स के एसएल4 वर्ग (men’s singles SL4) में सिल्वर मेडल जीता है। जानकारी के अनुसार, वह पैरालंपिक के इतिहास में बैडमिंटन में दो मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं।

फाइनल मुकाबले में सुहास को फ्रांस के लुकास मजुर (Lucas Mazur) से 9-21, 13-21 के साथ हार का सामना करना पड़ा।

पेरिस पैरालिंपिक 2024 की आधिकारिक वेबसाइट ओलंपिक्स डॉट कॉम के अनुसार, जन्म से ही उनके बाएं गुठने में विकलांगता (congenital deformity) रही। इस वजह से वह SL4 वर्ग में खेलते हैं जो SL3 की तुलना में कम गंभीर हानि के साथ खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करने वाले एथलीटों के लिए है।

जानकारी के अनुसार, एसएल4 वर्ग के एथलीट एसएल3 वर्ग की तुलना में कम गंभीर हानि के साथ खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं। एसएल4 एथलीटों में निचले अंगों में कमजोरी और चलने या दौड़ने में संतुलन संबंधी समस्याएं होती हैं।

ब्रॉन्ज़ मेडलिस्ट पैरा शटलर नित्या श्री सिवन (Nithya Sre Sivan)

                                                                                       नित्या श्री सिवन की तस्वीर (फोटो साभार – सोशल मीडिया)

नित्या श्री सिवन (para shuttler Nithya Sre Sivan) ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में सोमवार को महिला एकल बैडमिंटन SH6 वर्ग में भारत के लिए ब्रॉन्ज़ मेडल जीता। 19 साल की नित्या ने इंडोनेशिया की रीना मार्लिना (Rina Marlina) पर हावी रहते हुए सिर्फ 23 मिनट में 21-14, 21-6 से मुकाबला अपने नाम कर लिया।

SH6 सेमीफाइनल में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की लिन शुआंगबाओ (Lin Shuangbao) से 21-13, 21-19 से हारने के बाद भारतीय शटलर ने कांस्य पदक मैच में जगह बनाई थी।

ओलंपिक्स डॉट कॉम के अनुसार, SH6 वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने वाले खिलाड़ियों का कद छोटा होता है और वे खड़े होकर खेलते हैं। एसएच में S का मतलब ‘स्टैंडिंग’ (खड़े होकर) है जबकि H का मतलब ‘शॉर्ट स्टेचर’ (छोटा कद) है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नित्या तमिलनाडु के होसुर (Hosur ) की रहने वाली हैं। बड़े होते समय क्रिकेट उनका पसंदीदा खेल था। 2016 में रियो पैरालिंपिक (Rio Paralympics) के बाद उन्होंने बैडमिंटन को फॉलो करना शुरू किया। नित्या के आइडल चाइनीज़ बैडमिंटन प्लेयर लिन डैन (Lin Dan) हैं।

पैरा खिलाड़ी शीतल देवी और राकेश कुमार (Sheetal Devi and Rakesh Kumar)

                                                                                          पैरा खिलाड़ी शीतल देवी और राकेश कुमार की तस्वीर ( फोटो साभार – सोशल मीडिया)

भारत की पैरा खिलाड़ी शीतल देवी और राकेश कुमार (Sheetal Devi and Rakesh Kumar) ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में सोमवार को मिश्रित कंपाउंड ओपन तीरंदाजी स्पर्धा (mixed compound open archery) में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता। इस जोड़ी ने इटली के एलोनोरा सार्टी और माटेओ बोनासिना के खिलाफ एक रोमांचक मैच खेलते हुए 156-155 के स्कोर के साथ जीत हासिल की।

ओलंपिक्स डॉट कॉम के अनुसार, भारतीय पैरा तीरंदाजों ने आखिरी सेट में वापसी करते हुए चार परफेक्ट 10 लगाए और पदक अपने नाम किया। इसके साथ ही भारतीय जोड़ी ने इस दौरान 156 के पैरालंपिक रिकॉर्ड की भी बराबरी की।

बता दें, 17 साल की उम्र में शीतल देवी इतिहास में भारत की सबसे कम उम्र की पैरालंपिक पदक विजेता बन गईं हैं। वह पेरिस 2024 में एकमात्र बिना हाथ वाली महिला तीरंदाज थीं।

शीतल, शूटिंग के लिए अपने पैरों का उपयोग करती हैं। वह फोकोमेलिया (phocomelia) के साथ पैदा हुई थीं। यह एक दुर्लभ जन्मजात व्यवस्था है जिसमें किसी व्यक्ति के अंग अविकसित रह जाते हैं। इस स्थिति के परिणामस्वरूप उनकी भुजाएं पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाती।

वहीं 39 वर्षीय राकेश कुमार के लिए, उनका पहला पैरालंपिक पदक सालों लगातार मेहनत करने के बाद आया है। इसके आलावा वह पैरा वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशियन पैरा गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता हैं।

जानकारी के अनुसार, उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट आने के बाद से उन्होंने व्हीलचेयर को अपनाया। काफी समस्य तक वह मानसिक रूप से लड़ते रहे।

शीतल और राकेश ने क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया के तेओदारा फेरेली (Teodara Ferelly) और केन स्वागुमिलांग पर अपना दबदबा बनाते हुए 154-143 से जीत हासिल की थी। भारतीय जोड़ी इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के खिलाफ शूट-ऑफ में सेमीफाइनल हार गई थी, जब दोनों टीमें 152 पर बराबरी पर थीं।

पैरा बैडमिंटन प्लेयर थुलासिमाथी मुरुगेसन (Thulasimathi Murugesan) और मनीषा रामदास (Manisha Ramadass)

                                                                           थुलासिमाथी मुरुगेसन और मनीषा रामदास की तस्वीर

भारत की थुलासिमाथी मुरुगेसन (Thulasimathi Murugesan) और मनीषा रामदास ने सोमवार को पेरिस 2024 पैरालंपिक में महिला एकल बैडमिंटन SU5 वर्ग में सिल्वर और ब्रॉन्ज़ मेडल जीता।

22 वर्षीय थुलासिमथी का मुकाबला पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की यांग किउ शिया से 30 मिनट तक चला जिसमें 21-17, 21-10 का स्कोर रहा और यांग किउ शिया को जीत मिली।

वहीं 19 वर्षीय मनीषा रामदास ने ब्रॉन्ज़ मेडल के लिए डेनमार्क की कैथरीन रोसेनग्रेन को सिर्फ 12 मिनट में 21-12, 21-8 से हरा दिया।

ओलंपिक्स डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, पशु चिकित्सा विज्ञान की छात्रा थुलासिमथी ने पिछले साल एशियाई पैरा खेलों में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं मनीषा इस श्रेणी में 2022 की विश्व चैंपियन रही हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, SU5 वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने वाले एथलीटों के शरीर के ऊपरी अंगों में दिक्कत होती है। यह दिक्कत खेलने वाले या न खेलने वाले किसी भी हाथ में हो सकती है।

आज पेरिस पैरालंपिक गेम्स का छठवां दिन है और आज भी भारत को अपने खिलाड़ियों से मेडल्स की उम्मीद लगी हुई है।

 

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