जंगल में आग लगने से केवल पर्यावरण को ही नुकसान नहीं होता बल्कि जंगलों में रहने वाले जंगली जानवरों पर भी पड़ता है। जंगल जो जानवरों का घर है आग लगने से नष्ट हो जाते हैं जिस वजह से जानवरों को गांव में भटकते देखा जाता है।
लेखन – सुचित्रा
यूपी और एमपी के जंगलों में आग की खबर सामने आ रही है। अभी गर्मी शुरू ही हुई है और इसका असर जंगलों में पड़ता दिखाई देना लगा। मानिकपुर/चित्रकूट के रानीपुर टाइगर रिजर्व में अभी भी आग लगी हुई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वन विभाग के तीन सुरक्षा श्रमिक इस आग की चपेट में आ गए। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। एमपी के मझगवां में लगी आग दूसरे दिन रविवार को यूपी के रानीपुर टाइगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल तक पहुंच गई। यह घटना कल रविवार 23 मार्च 2025 की बताई जा रही है। आग किस कारण लगी इसका अभी पता नहीं चल पाया है।
गर्मी आते ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती है और इसका मुख्य कारण है साल दर साल बढ़ने वाली गर्मी। इस गर्मी का सबसे बड़ा असर जंगलों में आग लगने से पड़ता है क्योंकि भारी संख्या में पेड़ जल जाते हैं जिससे ऑक्सीजन देने वाले ये जंगल पर्यावरण पर भी काफी असर डालते हैं। जंगल में आग लगने से केवल पर्यावरण को ही नुकसान नहीं होता बल्कि जंगलों में रहने वाले जंगली जानवरों पर भी पड़ता है। जंगल जो जानवरों का घर है आग लगने से नष्ट हो जाते हैं जिस वजह से जानवरों को गांव में भटकते देखा जाता है। ऐसे में उनके पास खाने का भी साधन नहीं बचता जिस वजह से गांव में रहने वाले लोगों पर हमला कर देते हैं। ऐसे ही कई पक्षियों के घोसलें जल जाते हैं। कई जानवर इस आग में झुलस कर दम तोड़ देते हैं।
पन्ना के जंगलों में आग
राडार न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश के उत्तर वन मंडल की पन्ना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले झलाई के जंगल की है। झलाई ग्राम के नजदीक स्थित प्लांटेशन में अज्ञात कारणों के चलते रविवार 23 मार्च को अचानक आग लग गई थी। तेज हवाओं की वजह से आग फ़ैल गई।
10-12 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली आग
जैसे ही जंगल में आग लगने की सूचना वनकर्मियों को मिली वैसे ही मौके पर टीम कुछ ही देर में पहुँच गई। इस बीच तब तक आग ने करीब 10-12 हेक्टेयर क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया।
तीन वन्यकर्मी घायल
आग बुझाने में सुरक्षा कर्मी राजेन्द्र यादव जिनकी उम्र 50 साल है उन्हें इलाज के बाद छुट्टी दे दी। इसके अलावा दो सुरक्षा श्रमिक हरि सिंह यादव जिनकी उम्र 60 वर्ष और कपूर सिंह यादव 55 वर्ष को भर्ती किया गया।
यह आग धीरे-धीरे रानीपुर टाइगर रिजर्व क्षेत्र के मानिकपुर रेंज के गिदुरहा, अतरसइया, पहाड़ से लेकर चौपड़ा पहाड़ तक फैल गई है।
इस तरह की घटनाओं से प्रशासन को और सतर्क होने की आवश्यकता है ताकि आग को ज्यादा जंगल जलाने से रोक दिया जाए।
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