खबर लहरिया Blog Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला, बैसारन घाटी में 27 की मौत, 20 से ज़्यादा घायल

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला, बैसारन घाटी में 27 की मौत, 20 से ज़्यादा घायल

हमले की क्रूरता इस बात से समझी जा सकती है कि आतंकियों ने लगातार गोलियां चलाईं और महिलाओं-बच्चों को भी नहीं छोड़ा। वह नाम, बोली और पहनावे के आधार पर पहचान कर रहे थे।

फोटो साभार: रायटर

लेखन – मीरा देवी 

22 अप्रैल 2025 की दोपहर भारत के इतिहास में एक और काले दिन के रूप में दर्ज हो गई। जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पहलगाम की बैसारन घाटी उस समय आतंक के साए में आ गई जब हथियारबंद आतंकियों ने वहां घूमने आए पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। यह हमला 2019 के पुलवामा आत्मघाती / Pulwama attack हमले के बाद सबसे भयावह आतंकी वारदात मानी जा रही है जिसमें 27 निर्दोष लोगों की जान चली गई और 20 से ज्यादा घायल हो गए।

पहलगाम आतंकवादी हमले की जगह का चुनाव: टारगेट पर्यटक

घटना दोपहर करीब 2:45 बजे की है। दैनिक भास्कर समेत तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकी पहले से ही घाटी में मौजूद थे और पर्यटकों को निशाना बनाना उनका तयशुदा मकसद था। उत्तर प्रदेश से आए शुभम द्विवेदी को आतंकियों ने नाम पूछकर गोली मारी। सिर में गोली लगते ही उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वह अपनी पत्नी के साथ हनीमून पर था और दो महीने पहले ही शादी हुई थी।

हमले की क्रूरता इस बात से समझी जा सकती है कि आतंकियों ने लगातार गोलियां चलाईं और महिलाओं-बच्चों को भी नहीं छोड़ा। वह नाम, बोली और पहनावे के आधार पर पहचान कर रहे थे। हमले में मारे गए लोगों में यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा के पर्यटक, नेपाल और यूएई के विदेशी नागरिक, और दो स्थानीय (जम्मू कश्मीर) निवासी शामिल हैं।

पहलगाम आतंकवादी हमले की ज़िम्मेदारी और जांच का दायरा

आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। सुरक्षाबलों ने तुरंत इलाके को घेर लिया और सेना, पुलिस व सीआरपीएफ के संयुक्त बलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। चिनार कॉर्प्स (चिनार कॉर्प्स भारतीय सेना की 15वीं कोर का नाम है यह कोर मुख्य रूप से कश्मीर घाटी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है) के मुताबिक बैसारन, पहलगाम और अनंतनाग में अभियान चलाया जा रहा है। इलाके में हेलिकॉप्टर से भी निगरानी की जा रही है।

पहले प्रशासन ने एक मौत की पुष्टि की थी लेकिन चार घंटे बाद न्यूज एजेंसियों ने 26 और मौतों की खबर दी। यह सूचनाओं के आदान-प्रदान में बड़ी चूक को दर्शाता है जो इस तरह की परिस्थितियों में भ्रम और भय फैलाता है।

क्या यह पुलवामा जैसी रणनीति का संकेत है?

2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे। वो हमला सुरक्षा बलों पर सीधा वार था जबकि बैसारन की यह वारदात आम नागरिकों और सैलानियों पर लक्षित है। इस बदलाव से साफ संकेत मिलता है कि आतंकी संगठन अब न सिर्फ सेना को बल्कि आम नागरिकों की जिंदगी और भारत की पर्यटन की जगहों को भी निशाना बना रहे हैं।

पुलवामा के बाद हुए इस हमले ने एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों की रणनीति और खुफिया तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। घूमने की सबसे अच्छी और ख़ूबसूरत माने जाने वाले इलाकों में इतना बड़ा हमला दिखाता है कि आतंकवादी संगठन अब भी जड़ें जमाए हुए हैं।

पहलगाम आतंकवादी हमले में पीड़ित और मरने वालों की पहचान

अब तक जिन मृतकों की पहचान हुई है, उनमें हैं:

1. मनुज नाथ (कर्नाटक)
2. शिवम मोगा (कर्नाटक)
3. लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (हरियाणा)
4. शुभम द्विवेदी (उत्तर प्रदेश)
5. दिलीप डेसले (महाराष्ट्र)
6. अतुल मोहने (महाराष्ट्र)
7. सैयद हुसैन शाह (अनंतनाग)
8. सुदीप नेवपाने (नेपाल)
9. बिटन अधकेरी उधवानी कुमार (यूएई)
10. संजय लेले
11. हिम्मत कलाथय
12. प्रशांत कुमार
13. मनीष रंजन (हैदराबाद)
14. रामचन्द्रन
15. शलिंदर कल्पिया
16. दिनेश मिरानिया (छत्तीसगढ़)

 

घायलों में शामिल हैं:

1. विनो भट्ट (गुजरात)
2. एस बालचंद्रू (महाराष्ट्र)
3. अभिजवन राव (कर्नाटक)
4. संतरू (तमिलनाडु)
5. साहसी कुमारी (उड़ीसा)
6. डॉ. परमेश्वर
7. माणिक पाटिल
8. रिनो पांडे

स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय एजेंसियों की प्रतिक्रिया

हमले के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे। सेना और प्रशासन के आला अधिकारियों की बैठकें हो रही हैं। एनआईए की टीम हमले की जांच के लिए बुधवार को पहुंच रही है।
दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत बड़े शहरों में अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स ने बुधवार को जम्मू बंद बुलाया है। कई संगठनों ने भी देशभर में प्रदर्शन की घोषणा की है।

पर्यटकों और परिजनों के लिए हेल्पलाइन

पर्यटकों और उनके परिजनों की सहायता के लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:

अनंतनाग पुलिस हेल्पलाइन:

अनंतनाग पुलिस ने पर्यटकों के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 9596777669 और 01932225870 जारी किए हैं। इसके अलावा वॉट्सऐप नंबर 9419051940 जारी किया है।

श्रीनगर पुलिस हेल्प डेस्क:

श्रीनगर पुलिस की हेल्प डेस्क इमरजेंसी नंबर 0194-2457543, 0194-2483651, एडीसी श्रीनगर आदिल फरीद का नंबर 7006058623 जारी किया है।

इन नंबरों के ज़रिए लोग जानकारी ले सकते हैं। गुमशुदा व्यक्तियों की जानकारी दे सकते हैं और ज़रूरत पड़ने पर मदद मांग सकते हैं।

यह हमला केवल एक सुरक्षा विफलता नहीं है यह हमारी साझा संवेदनाओं पर हमला है। यह सवाल भी है कि क्या हम 2019 से कुछ सीखे हैं? क्या हमारी सुरक्षा नीति, खुफिया नेटवर्क और जमीन पर तैनाती पर्याप्त है?

जवाब जितना कठिन है कार्यवाही भी उतनी ही कठोर होनी चाहिए क्योंकि अब यह सिर्फ सरहदों की जंग नहीं सैलानियों की हत्याओं की लड़ाई बन चुकी है।

 

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