जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी के गांव खोह में हाइवे नेशनल रेलवे क्रासिंग का ओबरब्रिज बन रहा था। लेकिन दो साल से इस ओवरब्रिज का काम बंद है जिससे लोगों को आने जाने में बहुत समस्या हो रही है। लोगों का कहना है कि एक साल यहाँ काम चला और उसके बाद से काम बंद पड़ा है। जब रेलवे क्रासिंग बंद हो जाती है तो दो से तीन किलोमीटर तक की गाड़ियों की लाइन लग जाती है और जाम पड़ा रहता है।
कई बार उसी क्रासिंग मे एम्बुलेंस भी खड़ी होती है और चाहे उसमें मरीज की हालत कितनी भी सीरियस हो, उस एम्बुलेंस तक तो निकलने की जगह नहीं मिल पाती। झांसी से प्रयागराज के लिए नेशनल हाइवे सड़क बनाई गई है जिसपर हर समय चारपहिया गाड़ी, मोटर साइकिल और आम जनता निकलती रहती है। जब इस ओवरब्रिज को बनाने के लिए काम लगा था तब बड़े ज़ोरशोर से काम चल रहा था। पर आचानक से काम बंद हो गया है जिससे यात्री और आम जनता बहुत परेशान है। कुछ लोगों का कहना है कि जो उनकी जमीन गई है, अभी तक उसका मुआवज़ा नही मिला है। और अगर उन्हें जल्द से जल्द मुआवज़ा नहीं मिला तो उन्हें कोर्ट का सहारा लेना पड़ जाएगा।
अगर उन्हें मुआवज़ा मिल जाए और ओवरब्रिज बन जाए तो लोगों को कोई दिक्कत नहीं है। प्रो कम्पनी के कांट्रेक्टर भागवत प्रसाद का कहना है कि अभी इस ब्रिज के ऊपर कोर्ट का स्टे चल रहा था लेकिन अप्रैल से काम वापस शुरू हो जाएगा। चित्रकूट और बांदा के संसद आर के पटेल का कहना है कि जो खोह के पास ओबरब्रिज का काम बंद है इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन पहुंचाया है। और रेलवे विभाग से भी वो बात करेंगे कि जिन लोगों की ज़मीन जा रही है, उन्हें मुआवज़ा दिया जाए।