एक तरफ युवाओं के बल पर ही देश प्रगति पथ पर अग्रसर है। वहीं दूसरी तरफ युवा पीढ़ी में नशे की सेंध लगना परिवार, समाज और सरकार के लिए चिंता का विषय है। इसलिए युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ़्त से बचाना हम सभी का कर्तव्य है। जो मुबीना ने अपना कर्तव्य बनाया है आजकल नशा लोग बहुत करने लगे हैं। अगर शराब का नशा लोग करते है तो सबको समझ आता है लेकिन और भी बहुत से नशे के प्रोडेक्ट बजार मे मेडिकल स्टोर मे असानी से मिलते हैं। जैसे मै बात करू नशे का एग्जेशन की जो बहुत ही नुकसान दे है और इस तरह के नशे मे न सरकार कोई रोक लगा रही है। न ही परिवार वाले इसे रोक पा रहे है। इस मुद्दे को लैकर रामपुर की चेतना सेवा संस्थान मे 2015 से नशा मुक्ति पर का कर रही मुबीना से ने बताया आजकल सबसे ज्यादा नशा लोग एग्जेशन से कर रहे हैं। ये नशा अछ्छे घर के भी लडके कर रहे हैं ज्यादातर यंग लडके करते हैं। और ये नशा करने वाले लोगों को समझ नहीं पाते की ये कोई नशा किये हुए हैं।
धीरे धीरे इनकी सेहत पर बूरा असर पडता है। और अंदर ही अंदर खोखले होते जाते हैं ऐसा नशा करने वालो का लिवर किडनी खराब हो जाते हैं। और जब एग्जेशन के नशे की लत हो जाती है तो वो कुछ नहीं देखते उन्हें एग्जेशन हर हाल मे चाहिए ही काम कर नहीं सकते इस लिए फिर ये घरो का समान छुपकर बेचना शूरू करते हैं।
जिससे घर का महौल बिगडता है घर मे अर्थिक स्तिथि बहुत खराब हो जाती है। घर की जिम्मेदारी तो नशा करने वाला इन्सान उठा नहीं पाता और घर मे कलेह लडाई झगडा होने लगता है। और एक खासियत ये भी है इस नशे मे लोग शराबियों की तरह लडाई झगडा आतंक नहीं करते उन्हें सिर्फ एग्जेशन से ही मतलब होता है।
मोबीना ने बताया बहुत से लोगों को इतनी लत लग जाती है जिससे उनके शरीर मे कीडे तक पड जाते हैं।उसका इलाज कराते समझाते हैं और संस्था द्वारा उन्हें दवा खिलाते हैं उनकी काँसलिंग करते हैं। बहुत से लोगो ने छोड भी दिया है। और हमारा प्रयास है पूरा रामपुर नशा मुक्त हो।