दोस्तों कोरोना वायरस के बाद अब देश में एक और वायरस जन्म ले चुका है जिसका नाम है डेल्टा ओमिक्रान। इस वायरस के कई मरीज भारत सहित अन्य देशो में पाए गये हैं। अब इससे निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन और सरकार सचेत हो गई है। लेकिन ये वाएरस भी लोगों की चिंता बढ़ा चुका है। दोस्तों 9 दिसम्बर को कानपुर में पत्नी और बच्चों की हत्या कर फरार प्रोफेसर सुशील सिंह के कमरे से बेहद चौंकाने वाला सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जो समय काफी वायरल हो रहा है। इसमें प्रोफेसर ने लिखा है कि ओमिक्रॉन सबको मार डालेगा। अब लाशें नहीं गिननी हैं। शुक्रवार शाम पत्नी और बच्चों की हत्या कर प्रोफेसर ने अपने भाई को व्हाट्सएप कर वारदात की जानकारी दी थी। पुलिस ने घर से पत्नी और दोनों बच्चों की लाशें बरामद की हैं।
प्रोफेसर का कुछ पता नहीं चल सका है। प्रोफेसर सुशील सिंह रामा मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष हैं। डॉ. सुशील कुमार के घर से मिमली डायरी में उन्होंने बेतरतीब ढंग से बहुत कुछ लिख रखा है। इसमें लिखा है कि ओमिक्रॉन…कोविड अब सबको मार डालेगा। अब लाशें नहीं गिननी हैं। अपनी लापरवाहियों के चलते कॅरिअर के उस मुकाम पर फंस गया हूं, जहां से निकलना असंभव है। मेरा कोई भविष्य नहीं रहा। अत: मैं होशो हवास में अपने परिवार को खत्म करके खुद को भी खत्म कर रहा हूं। इसका जिम्मेदार और कोई नहीं है।
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आगे उन्होंने लिखा है कि मैं लाइलाज बीमारी से ग्रस्त हो गया हूं। आगे का भविष्य कुछ नजर नहीं आता है। अत: इसके अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं है। मैं अपने परिवार को कष्ट में नहीं छोड़ सकता। अत: सभी को मुक्ति के मार्ग में छोड़कर जा रहा हूं। सारे कष्ट एक ही पल में दूर कर रहा हूं। अपने पीछे मैं किसी को कष्ट में नहीं देख सकता। मेरी आत्मा मुझे माफ नहीं करती। अलविदा… आंखों की लाइलाज बीमारी की वजह से यह कदम उठाना पड़ रहा है। पढ़ना मेरा पेशा है। अब जब आंख ही नहीं रहेगी तो मैं क्या करूंगा। ये दिल को हिला देने वाली घटना ये बताती है कि हालात और बुरे हो सकते हैं। हम सबको अपना ख्याल रखना होगा तो आईये जानते हैं की क्या है डेल्टा ओमिक्रान।
1. ओमिक्रॉन क्या है और इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न क्यों बताया गया?
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का पहला केस 24 नवंबर 2021 को साउथ अफ्रीका में मिला। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इसकी जांच के बाद इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओमिक्रॉन दुनिया में कहर बरपा चुके डेल्टा वैरिएंट से कहीं ज्यादा तेजी से म्यूटेशन करने वाला वैरिएंट है। ओमिक्रॉन में कुल 50 बदलाव हो चुके हैं, जिनमें से 30 परिवर्तन तो उसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं।
9 दिसम्बर के दैनिक भास्कर में छपी खबर में WHO ने कहा- 57 देशों में ओमिक्रॉन, अस्पताल में संक्रमितों की संख्या बढ़ने की आशंका WHO ने 8 दिसम्बर को कहा कि कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट 57 देशों में पाया गया है। इसके तेजी से फैलने की वजह से अस्पताल में भर्ती होने संक्रमितों की संख्या बढ़ने की आशंका है। हेल्थ एजेंसी ने अपनी साप्ताहिक महामारी रिपोर्ट में कहा है कि ओमिक्रॉन के खतरे और इस पर वैक्सीन के प्रभाव को जानने के लिए हमें और अधिक डेटा की जरूरत है। अगर यह डेल्टा वैरिएंट के जितना ही खतरनाक साबित होता है तो और भी लोग संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती होंगे। इस वजह से मौतों की संख्या भी बढ़ सकती है।
जिस तरह सेये ये वायरस तेजी से फैल रहा है इसे उद्योग जगत के व्यापरी और आम जनता परेशान है। दो साल के बाद रोजगार के रास्ते खुलने लगे थे, लेकिन फिर से सब बंद होता दिख रहा है कई जगह लाक डाउन होने की चर्चा भी होरही है। स्कूल कालेज के बच्चे भी डर के माहौल में जी रहे हैं। उनको डर है कही फिर वो बोर्ड की परीक्षा नहीं दे पायेगें। मै बस यही कहूँगी की आप सब अपना ख्याल रखे। भीड़ भाड़ जगह में जाने से बचे मास्क लगा कर रहे।
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