पंचायत चुनाव में जीते प्रधान पद के प्रत्याशियों द्वारा शपथ ग्रहण किया गया। सभी प्रत्याशियों को वर्चुअल शपथ दिलाई गयी।
बांदा। चित्रकूटधाम मंडल के चारों जिलों बांदा, हमीरपुर, महोबा और चित्रकूट की कुल 1407 ग्राम पंचायतों में से 1097 ग्राम पंचायतों में पहली बैठक के साथ ही गुरुवार को नई सरकार का कार्यकाल शुरू हो गया। शासनादेश के मुताबिक 6 उप-समितियां भी गठित हो गईं। शेष 310 ग्राम पंचायतों में सदस्यों की संख्या कम होने से कोरम के अभाव में शपथ ग्रहण नहीं हुए। कुछ एक ग्राम पंचायतों में विभिन्न वाद विवादों और नोक-झोंक की मामूली घटनाओं को छोड़कर शपथ ग्रहण आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा।
समितियों का हुआ गठन
मंडल में कुल 1407 ग्राम पंचायतें हैं। उधर, बांदा में 469 ग्राम पंचायतों में 373 ग्राम पंचायतों में पहली बैठक हुई। 96 ग्राम पंचायतों में कोरम पूरा न होने से कारण शपथ नहीं हो पाई है। बांदा में 373 ग्राम पंचायतों की बैठक में सभी ग्राम पंचायतों में छह समितियों का गठन हुआ और कोविड-19 से बचाव व स्वच्छता पर चर्चा की गई। बांदा जिले की 469 में से 373 ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान और सदस्यों ने वर्चुअल शपथ ली। 27 मई को निर्धारित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक में छह समितियों का गठन किया गया।
बैठक में कोरोना के साथ कई मुद्दों पर चर्चा
इनमें प्रशासनिक समिति, नियोजन एवं विकास, शिक्षा, निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और जल प्रबंधन समिति शामिल हैं। समितियों में ग्राम पंचायत सदस्यों का चयन किया गया। ग्राम प्रधानों ने पहली बैठक में सभी सदस्यों का एक-दूसरे से परिचय कराया। बाद में कोविड-19 के बचाव, वैक्सीनेशन, सफाई, सैनिटाइजेशन, पौधरोपण, शिक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली व जल संरक्षण सहित विकास आदि मुद्दों पर चर्चा हुई।
कई विभाग के अधिकारी रहे शामिल
ग्राम पंचायत सचिवों ने बैठक का संचालन किया। इस दौरान संवेदन और अति संवेदनशील ग्राम पंचायतों में पुलिस एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट सहित नोडल अधिकारी सुरक्षा के लिहाज से मौजूद रहे। कोविड प्रोटोकॉल के तहत बैठक में ग्रामीणों को उपस्थित नहीं होने दिया गया। पूर्व प्रधान और गांव के कुछ वरिष्ठ नागरिक ही शामिल हो सके। उप निदेशक पंचायत दिनेश कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी सर्वेश कुमार व एडीपीआरओ ने कई ग्राम पंचायतों में होने वाली बैठकों का जायजा लिया और व्यवस्थाएं देखी।
महिला प्रधान भी बैठक में बनी भागीदार
कई ग्राम पंचायतों में महिला प्रधान सदस्य घूंघट में पंचायत भवन पहुंची और कार्यवाही में हिस्सा लिया। घूंघट की वजह से नवनिर्वाचित ग्राम पंचायत सदस्य अपने प्रधान का चेहरा तक नहीं देख सके। कई ग्राम पंचायतों में महिला प्रधानों ने कार्यवाही रजिस्टर पर हस्ताक्षर के बजाय अंगूठा लगाया। जिले में 34 महिला प्रधान महज कक्षा पांच व 76 महिला प्रधान कक्षा आठ पास हैं, जो ठीक से हस्ताक्षर भी नहीं बना पातीं। हालांकि, इस वर्ष स्नातक महिला-पुरुष प्रधानों की संख्या एक सैकड़ा से अधिक है।
इस खबर को मीरा देवी द्वारा लिखा गया है।
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