सरकार पूरी साल टीवी यानी छह रोग को बचाने के लिए कुछ ना कुछ करती रहती है जागरूक अभियान तू कभी टीवी सप्ताहिक दिवस मनाते हैं इसका असर कहां तक है क्या लोग इस बीमारी को सही होने के लिए इलाज ले रहे हैं कभी यह बीमारी भले ही लाइलाज बताई जाते थे पर इसका इलाज अब जिला अस्पताल में भी श्री में और अच्छा दिया जा रहा है इतना ही नहीं इसके लिए तो सरकार कुछ पैसे भी देती है लोग सही समय पर अगर सही इलाज ले तो इस बीमारी से बचा जा सकता है तो आइए हम आपको मिलाते हैं ऐसे ही व्यक्ति थे जिन्होंने सरकारी अस्पताल की दवाई खा कर सही हुए हैं महोबा शहर का रहने वाला आशिक खान कहता है कि वह टीवी से ग्रसित था उसने कई अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करवाया पर आराम उसको सरकारी जिला अस्पताल की दवाई खाने से ही मिला है इसका कोर्स 9 महीने का होता है जो उसने बिना किसी परवाह और टेंशन के पूरा किया और आज वह पूरी तरह से स्वस्थ है यहां तक कि जिला अस्पताल में उसका नाम टीवी चैंपियन पर दर्ज किया गया है आशिक की मां खातून बताती है कि उनके बेटे को कुछ बीमारी थी उन्होंने जिला अस्पताल में जाकर चेकअप करवाया जहां पर उनको इन्फेक्शन टीवी की बीमारी यानी छह रोग बताया इलाज के लिए वह छतरपुर ठीक है पर वहां के डॉक्टर ने भी जिला अस्पताल में इलाज करवाने की सलाह दी और उन्होंने जिला अस्पताल का इलाज 9 महीने तक पूरा लिया आज वह पूरी तरह से स्वस्थ है और वह लोगों को इस दवा के बारे में बता रहे हैं