जिला ललितपुर ब्लाक महरौनी गाँव कुआंघोसी के लोग पक्की सड़क ना होने की वजह से काफ़ी परेशान हैं। लोगों की शिकायत है कि उनके गांव में आरसीसी यानी प्रबलित सीमेंट कंक्रीट नहीं डाला गया है। जिसकी वजह से कच्ची सड़कों पर बस हर जगह कीचड़ भरा हुआ दिखाई देता है। लोगों की मांग है कि उनके गांव में आरसीसी डलवाया जाए ताकि उनकी समस्या का निपटारा हो।
शिकायत पर भी प्रधान की कोई प्रतिक्रिया नहीं
गांव में तकरीबन 150 लोगों का परिवार रहता है। कच्ची सड़क की वजह से ना तो गाड़ियां सही से निकल पाती हैं और ना ही लोग रास्ता पार कर पाते हैं। कच्ची और कीचड़ भरी सड़कों की वजह से दुर्घटना होने की आशंका भी बेहद बढ़ जाती है, जिसे नकारा नहीं जा सकता। गांव के लोगों का कहना कि उन लोगों ने गांव के प्रधान से काफ़ी बार शिकायत की। लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई। प्रधान द्वारा सिर्फ यह कहा जाता है कि जब वह चुनाव जीतेंगे तो सड़क भी बना दी जाएगी। यह कहते–कहते बहुत समय हो गया। लेकिन कुछ नहीं हुआ।
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यह है लोगों की परेशानी
– गांव के रहने वाले महेंद्र का कहना है कि उनके दरवाजे के सामने हमेशा कीचड़ रहता है। वह इससे बहुत परेशान हैं। रोज उनके बच्चे कीचड़ में गिरते हैं। साथ ही कीचड़ की वजह से गंदगी होने से उनकी दुकान के पास ग्राहक भी मुश्किल से खड़े होते हैं। इससे उनकी दुकानदारी पर काफ़ी असर पड़ता है।
– काशीराम का कहना है कि वह लोग सीसी रोड यानी सीमेंट की पक्की सड़क ना होने से बहुत परेशान हैं। वह बताते हैं कि कई बार रास्ता पार करते समय कभी बाइक तो कभी वह खुद सामान के साथ कीचड़ में गिर जाते हैं।
– अशोक बताते हैं कि जब एक बार वह गेहूं लेकर आटा पिसवाने जा रहे थे तभी उनकी बाइक कीचड़ में गिर गई और उसके साथ ही सारा गेहूं भी खराब हो गया। जिसके बाद उन्हें फिर से गेहूं को धोना पड़ा। हर दिन कोई ना कोई ऐसे ही गिर जाता है।
– सुनील पटेरिया कहते है कि रास्ता खराब होने की वजह से उन्हें दूसरे रास्तों से आना–जाना पड़ता है। करीब 5 किलोमीटर का चक्कर लगाकर वह हाईवे पर पहुंचते हैं जबकि उनके घर से हाईवे की दूरी सिर्फ 1 किलोमीटर है।
बजट आने के बाद बनेगी सड़क
कुंआघोसी गांव की पूर्व प्रधान जानकी का कहना कि उन्होंने सड़क बनवाने के लिए इस बार प्रस्ताव डाला है। इससे पहले उन्होंने 2011 में भी सड़क के लिए अर्ज़ी डाली थी, लेकिन वह पास नहीं हुआ था। उनका कहना है कि प्रस्ताव पास होने के बाद जैसे ही बजट आएगा। वह सीसी डलवाने का काम शुरू करवा देंगी। फिलहाल, अभी गांव का कोई भी नया प्रधान नहीं है। पूर्व में जितने भी प्रधान थे उनका कार्यकाल 25 दिसंबर 2020 को खत्म हो गया था।
खंड विकास अधिकारी : सीसी के लिए डालेंगे प्रस्ताव
खंड विकास अधिकारी सुनील कुमार दलील देते हैं कि उनके पास कुंआघोसी गांव के लोगों की समस्या को लेकर कोई भी शिकायत नहीं है। उनका कहना है कि अब मामला उनके संज्ञान में आ चुका है और वह आरसीसी डालने के लिए सपने तरफ से अधिकारियों को प्रस्ताव डालेंगे। ताकि जल्द से जल्द लोगो की समस्याओं को दूर किया का सके।
पक्की सड़क का होना किसी भी गांव में विकास की पहली सीढ़ी मानी जाती है। लेकिन आज विकास की बातें करने वाली सरकार गांवो में एक पक्की सड़क तक नहीं बनवा पाई हैं। आखिर कब तक लोगों को पक्की सड़क के साथ–साथ उनके गांवो में विकास का इंतज़ार करना होगा? या सिर्फ प्रस्ताव के नाम पर लोगों को सिर्फ बहलाने की कोशिश की जा रही है?
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