10 दिसम्बर 2018, ज़िला महोबा, hindi news
जहाँ सोच वहां शौचालय। यह सरकारी नारा है लेकिन महोबा ज़िले के गॉंव गुगौरी चौंकी की प्राथमिक विद्यालय में लागू नहीं हुआ है। अगर यहाँ भी लागू हो जाता तो शायद बच्चों को हाईवे पार कर अपने घर शौच के लिए नहीं जाना पड़ता। शौचालय के अभाव में छेड़छाड़-दुष्कर्म जैसी घटनाएँ अक्सर सामने आती रहती हैं मगर सरकार की चिंता और दावे के बाद भी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो पाई है। प्रधानाध्यापिका द्वारा गौण के प्रधान को लगभग 4-5 महीने पहले ही एप्लीकेशन दे दी गई थी पर अब तक उस पर कोई सुनवाई नहीं की गई है।