यह कहानी है जिला चित्रकूट, ब्लॉक मऊ में गांव बरहा कोटरा के विकास की। यहाँ के मजरा घुरेटा में चार पीढ़ी बीत गई लेकिन आज तक सड़क नहीं बनी। कोई बीमार भी पड़ जाये तो चारपाई पर लाद के ले जाना पड़ता है एक किलोमीटर तक। बच्चों की शिक्षा पर भी इसी कारण प्रभाव पड़ रहा है। योगी आदित्यनाथ ने पिछले हफ्ते (24 सितंबर) घोषणा की कि सभी यूपी की सड़कों को 10 अक्टूबर से पहले, त्योहारों से पहले, गड्ढों से मुक्त किया जाएगा। लेकिन बरहा कोटरा जैसे गांवों का क्या, जहां सड़के ही नहीं हैं? यहाँ के विकास की बारी कब आएगी?
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