Kaushal Vikas Yojana: जिला अम्बेडकर नगर के कौशल विकास योजना के तहत 220 लड़कियां 6 महीने के कंप्यूटर व ब्यूटी पार्लर कोर्स का प्रशिक्षण लेने के बाद भी आज बेरोज़गार हैं। यहाँ तक की ट्रेनिंग देने वालों ने उन्हें ₹12,000 के साथ एंड्रॉयड फोन और रोजगार की सुविधा का वादा किया था। जिन लड़कियों ने पढ़ाई के साथ-साथ प्रशिक्षण भी लिया है, उनकी स्थिति भी चुनौतीपूर्ण है। सिर्फ मार्कशीट देने से आगे कोई सहायता नहीं मिल रही है, जिसके कारण परिवार भी असंतुष्ट हैं।
ये भी देखें – चित्रकूट: सहभागिता योजना (तमसा योजना) क्यों नहीं है किसान खुश?
लोगों ने कहा कि योजनाओं में दिखावा है और कोई वास्तविक सहायता नहीं हो रही है। इस तरह की संस्थाओं के साथ-साथ योजनाओं की भी समस्या हो रही है, जिससे बेरोजगार लोगों का आत्मविश्वास भी कम हो रहा है। इससे उनकी आकंशाएं बढ़ जाती हैं, लेकिन बाद में ये योजनाएं सिर्फ शौख ही बन जाती हैं, कुछ करने के जोश में रोमांच बहुत कम हो जाता है।
ये भी देखें – वनवासियों के लिए चलाई गई ‘एकलव्य शिक्षा विकास योजना’
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’