देश का माहौल इस वक़्त बहुत गर्म है. चाहे वो नागरिकता संसोधन बिल हो या उन्नाव, हैदराबाद रेप केस एक के बाद एक मुद्दे हमें झकझोड़ रहे हैं. इस बीच 13 दिसंबर को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया केस की सुनवाई होनी थी जो टल गई है.
दोषियों को जल्द फांसी के लिए निर्भया की माँ ने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी. दोषियों के डेथ वारंट जारी करने की मांग पर जज ने कहा कि मुझे सुप्रीम कोर्ट से जानकारी मिली है कि अक्षय (निर्भया केस का आरोपी) की पुनर्विचार याचिका को स्वीकार कर लिया गया है और इस पर 17 दिसंबर को सुनवाई होगी। जिसके बाद इस मामले में 18 दिसंबर को दोपहर 2 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई होगी। अक्षय ने अपनी अर्जी में कहा है कि ”प्रदूषण के कारण वैसे ही लोगों की जिंदगी कम हो रही है फिर फांसी देने की क्या जरूरत है। उसने अपनी याचिका में कहा, ‘दिल्ली की हवा और पानी खराब होने के चलते जिंदगी लगातार कम हो रही है। ऐसे मौत की सजा की क्या जरूरत है। गांधी जी हमेशा कहते थे कि कोई भी फैसला लेने से पहले सबसे गरीब व्यक्ति के बारे में सोचें। यह सोचें कि आखिर आपका फैसला कैसे उस व्यक्ति को मदद करेगा। आप ऐसा विचार करेंगे तो आपके भ्रम दूर हो जाएंगे।”
आप को याद होगा 16 दिसंबर को इस घटना के 7 साल पुरे हो जाएंगे। इसी दिन ( 16 दिसंबर 2012 ) निर्भया के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया फिर उसे मरणासन छोड़ आरोपी फरार हो गए.
इस घटना के बाद देशभर में जगह–जगह विरोध प्रदर्शन देखने को मिले थे। दिल्ली पुलिस ने मामले में सभी छह आरोपियों को अरेस्ट किया था। जिसमें से एक राम सिंह ने तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर ली थी। पांचों आरोपियों में से एक नाबालिग था जिसे दोषी साबित करने के बाद सुधार गृह भेज दिया गया, वहीं बाकी चार को फांसी की सजा सुनाई गई। अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर निर्भया की मां का कहना है कि इस याचिका को पहले ही खारिज कर देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सभी दोषी फांसी को और आगे टालने की कोशिश में लगे हैं।
निर्भया की मां ने दोषियों को फांसी की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा, “मैं उसकी मां हूं जिसे पूरा देश निर्भया के नाम से जानता है। अगले सोमवार यानी 16 दिसंबर को उस निर्मम गैंगरेप के 7 साल पूरे हो जाएंगे। मैंने इन वर्षों में पूरी मर्यादा के साथ न्याय का इंतजार किया लेकिन अब केस आगे खिंच रहा है और मैं थक गई हूं लेकिन मैं अपनी बेटी के कातिलों को सजा दिलाए जाने से पहले चैन की सांस लेने वाली नहीं हूं। मैं प्रधानमंत्री से विनती करती हूं कि वो निर्भया को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के मुद्दे पर दखल दें।“