नेपाल में कल हुए प्रदर्शन के बाद आज मंगलवार 9 सितम्बर को प्रदशकारियों ने कथित तौर पर संसद, पीएम केपी ओली और राष्ट्रपति के घर में आग लगा दी गई। यहां तक की वित्त मंत्री के साथ मारपीट भी की। बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल, पीएम केपी ओली, कृषि मंत्री और गृह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शन के बाद काठमांडू का त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी बंद दिया गया। हालाँकि नेपाल सरकार ने लगाए गए प्रतिबंध को सोमवार देर रात को हटाने का फैसला लिया।
नेपाल में जेन जी (Gen Z) का प्रदर्शन क्यों
नेपाल की सरकार ने 26 सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर 4 सितम्बर 2025 से बैन लगा दिया था। इसकी वजह सरकार ने संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के पास पंजीकरण की समय-सीमा खत्म होने तक पंजीकरण नहीं कराना बताया। इसके साथ ही सरकार ने यह तर्क दिया कि फर्जी समाचार, घृणास्पद भाषण और ऑनलाइन धोखाधड़ी से निपटने के लिए यह कदम उठाया गया है।
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नेपाल की राजधानी काठमांडू में जेन जी (Gen Z) द्वारा प्रदर्शन के पीछे सिर्फ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगा बैन नहीं है बल्कि भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद (Nepotism), सरकारी नौकरियों में समानता और टैक्स का पैसा कहां जाता है इस तरह के सवालों को लेकर भी था। युवाओं का कहना यह भी है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बैन लगाना एक तरह से अभिव्यक्ति की आज़ादी को छीनना है।
आपको बता दें कि जेन जी (Gen Z) वो युवा हैं जो लगभग 1997 से 2012 के बीच पैदा हुए हैं। ये लोग इंटरनेट, सोशल मीडिया, मोबाइल के साथ बड़े हुए हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर ले रखे थे जिन नारे लिखे थे, जैसे “भ्रष्टाचार बंद करो, सोशल मीडिया नहीं”, “सोशल मीडिया पर प्रतिबंध हटाओ” और “युवा भ्रष्टाचार के खिलाफ”, जैसा कि उन्होंने काठमांडू में मार्च किया।
विरोध प्रदर्शन के कई वीडियो वायरल हुए, जिनमें बड़ी संख्या में लोग राष्ट्रीय ध्वज लहराते और राष्ट्रगान गाते हुए संसद परिसर की ओर मार्च करते दिखाई दे रहे थे। पोस्टों में बताया गया कि जब कुछ प्रदर्शनकारी संसद के द्वार पर धावा बोलने की कोशिश कर रहे थे, तो पुलिस ने उन पर आँसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें कीं।
Massive #GenZ protest in Kathmandu against social media ban & corruption. Police fired tear gas & water cannons as protesters tried to storm parliament gate. Schoolchildren & youth under 27 joined in large numbers. pic.twitter.com/TrJSOcrJVm
— GAURAV POKHAREL (@gauravpkh) September 8, 2025
नेपाल प्रदर्शन को लेकर दिया इस्तीफा
प्रदर्शन का भीष्ण परिणाम सामने आता देख नेपाल के काठमांडू, कास्की (पोखरा), रूपनदेही जिले और सुनसरी जिले के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगाया गया है। नेपाल में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालाँकि नेपाल में कर्फ्यू लगने के बावजूद आज मंगलवार को प्रदर्शनकारी फिर सड़कों पर उतर आए। ललनटॉप की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने प्रधनमंत्री केपी ओली, राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के निजी आवास पर कब्जा और घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की और आग लगा दी। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी अब इस्तीफा दे दिया है। हिंसा के बीच करीब पांच मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं।
#WATCH | Nepal: Protesters set the private residence of former PM K.P. Sharma Oli, in Bhaktapur, on fire as demonstrations against the Government over alleged corruption tore through the country. PM Oli stepped down this afternoon amid protests.
(Video Source: TV Today Nepal) pic.twitter.com/KKN3rUsIaU
— ANI (@ANI) September 9, 2025
नेपाल प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री केपी ओली ने दिया इस्तीफा
अल जजीरा की 9 सितम्बर की रिपोर्ट के अनुसार आज मंगलवार को नेपाल के प्रधानमंत्री ने लगे कर्फ्यू का उल्घंन करने पर इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, इस्तीफा ‘राजनीतिक समाधान’ की दिशा में एक कदम
है।
प्रदर्शनकारियों ने नेपाल संसद और प्रधानमंत्री ओली के घर लगाई आग
नेपाल में सरकार के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन. प्रदर्शनकारियों ने नेपाल की संसद में लगाई आग.
Protest | Nepal pic.twitter.com/Az8Xp30oaf
— The Lallantop (@TheLallantop) September 9, 2025
नेपाल के ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का के घर में आगजनी और तोड़फोड़
नेपाल में युवाओं का भ्रष्टाचार के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन. नेपाल के ऊर्जा मंत्री Deepak Khadka के घर में आगजनी और तोड़फोड़. प्रोटेस्टर्स ने पैसे फेंके.#NepalGenZProtest #Nepal pic.twitter.com/GvsMuhmMx6
— The Lallantop (@TheLallantop) September 9, 2025
नेपाल के गृह मंत्री और कृषि मंत्री ने दिया इस्तीफा
न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के अनुसार आज सुबह मंगलवार 9 सितम्बर को नेपाल के कृषि मंत्री अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया। इस पर उन्होंने युवा प्रदर्शनकारियों की मौत पर खेद व्यक्त किया और कहा कि जवाब दिए बिना अब पद पर नहीं रह सकते।
कृषि मंत्री अधिकारी ने कहा, “मेरे लिए यह असहनीय था। मैं सत्ता में रहकर इस बात का जवाब न ढूँढूँ कि जिस पीढ़ी के साथ हमें सहयोग करना चाहिए, उसके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है मानो युद्ध चल रहा हो। मैं अपने पद से इस्तीफ़ा दे रहा हूँ।”
नेपाल प्रदर्शन के बाद गृह मंत्री रमेश लेखक ने सोमवार को इस्तीफा दिया था।
नेपाल के वित्त मंत्री को प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में नेपाल के वित्त मंत्री बिष्णु प्रसाद पौडेल को प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटते हुए देखा गया। यह वीडियो आज 9 सितंबर का बताया जा रहा है। वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि वित्त मंत्री अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं और दो दर्जन से ज़्यादा लोग उनका पीछा कर रहे हैं। एक व्यक्ति उन्हें लात-घूंसों से पीटता हुआ दिखाई दे रहा है। यह वीडियो इंडियन एक्सप्रेस द्वारा शेयर किया गया है।
नेपाल के प्रधानमंत्री ने आज शाम को सर्वदलीय बैठक बुलाई
न्यूज़ एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने आज शाम 9 सितम्बर को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
प्रधनमंत्री ने कहा “मैं स्थिति का आकलन करने और एक सार्थक निष्कर्ष निकालने के लिए संबंधित पक्षों के साथ बातचीत कर रहा हूं। इसके लिए, मैंने आज शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। मैं सभी भाइयों और बहनों से विनम्र अनुरोध करता हूं कि इस कठिन परिस्थिति में धैर्य बनाए रखें।”
नेपाल प्रोटेस्ट में कथित 20 लोगों की मौत और कई घायल
प्रदर्शन इतना बढ़ गया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने करने के लिए पानी की बौछारें, लाठियां और रबर की गोलियां चलाईं। इसमें लगभग 20 लोगों की मौत हो गई जबकि 300 से अधिक घायल बताए गए।
Violence erupted in #Nepal over social media ban. Youths are creating violence. Strangely they are demanding to remove the current government, saying ‘it’s corrupt’.
Bangladesh formula is being implemented? What do you think? pic.twitter.com/LcwIra5Y91
— Hindu Voice (@HinduVoice_in) September 9, 2025
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने कहा कि वह हिंसा और मौत की संख्या और घायल हुए लोगों की संख्या से बहुत दुखी हैं और इसके लिए उन्होंने “विभिन्न निहित स्वार्थी समूहों द्वारा घुसपैठ” को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सरकार विरोध प्रदर्शनों की जांच के लिए एक पैनल गठित करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ितों को वित्तीय सहायता भी देगी और घायलों को मुफ्त उपचार उपलब्ध कराएगी।