खबर लहरिया Blog NDA’s Oath Ceremony : पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह, 17 से 20 नवंबर तक आम लोगों का प्रवेश बंद

NDA’s Oath Ceremony : पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह, 17 से 20 नवंबर तक आम लोगों का प्रवेश बंद

बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को 202 सीटों पर जीत मिली। परिणामों की घोषणा 14 नवंबर 2025 को हुई थी। इसके साथ ही बिहार में प्रधानमंत्री के नेत्तृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी उभरकर सामने आई। अब जीत के बाद बिहार में पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह (Oath Ceremony) की तैयारियां शुरू हो गई है।

Nitish Kumar and Prime Minister Narendra Modi

फोटो साभार : सोशल मीडिया

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 10 वीं बार जेडीयू के नेता नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। शपथ ग्रहण समारोह बुधवार 19 नवंबर या गुरुवार 20 नवंबर को होने की उम्मीद है। अंतिम तिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम पर निर्भर करेगी, उसके बाद ही तारीख स्पष्ट हो पाएगी।

17 से 20 नवंबर तक आम लोगों का प्रवेश बंद

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पटना के गांधी मैदान में नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। तैयारियों के चलते 17 से 20 नवंबर तक आम लोगों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से मैदान को चार दिनों के लिए बंद किया है।

शपथ ग्रहण समारोह (Oath Ceremony) में शामिल लोग

इस शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नितीश कुमार, प्रधानमंत्री मोदी के अलावा, कई केंद्रीय मंत्री, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तथा गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं के इस समारोह में शामिल होने की उम्मीद है।

बिहार में बीजेपी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी

हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी पार्टी 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। एनडीए गठबंधन में शमिल जेडीयू को 85 सीटों पर, चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 19 सीटों पर, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 5 सीटें और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4 सीटें पर जीत हासिल हुई है।

महागठबंधन की करारी हार

इस बार बार में इंडिया महागठबंधन की सरकार बुरी तरह से हार गई। महागठबंधन को 50 सीटों पर भी जीत नहीं मिली। महागठबंधन को कुल मिलाकर 35 सीटों पर जीत मिली। बिहार में जिस जेडीयू पार्टी का इतना नाम था और पहले सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जानी जाती थी, केवल 25 सीट ही जीत सकी।

कांग्रेस पार्टी जो बिहार में एसआइआर और वोट चोरी के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस और पैदल यात्रा भी की, इसके बावजूद सिर्फ 6 सीट जीत सकी।

बिहार के नए मुख्यमंत्री कौन? अब भी सवाल

बिहार में मुख्यमंत्री का नया चेहरा कौन होगा? इसका जवाब अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालाँकि सूत्रों के हवाले से नीतीश कुमार ही फिर से बिहार के मुख्यमंत्री हो सकते हैं।

 

यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our   premium product KL Hatke

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *