खबर लहरिया Blog विवाहित पुरुषों द्वारा आत्महत्या: पुरुषों के लिए भी हो राष्ट्रीय पुरुष आयोग – सुप्रीम कोर्ट में याचिका

विवाहित पुरुषों द्वारा आत्महत्या: पुरुषों के लिए भी हो राष्ट्रीय पुरुष आयोग – सुप्रीम कोर्ट में याचिका

आंकड़ों के बारे में याचिका में कहा गया है, “वर्ष 2021 में लगभग 33.2 प्रतिशत पुरुषों ने पारिवारिक समस्याओं के कारण और 4.8 प्रतिशत ने विवाह संबंधी मुद्दों के कारण अपना जीवन समाप्त कर लिया। इस वर्ष कुल 1,18,979 पुरुषों ने आत्महत्या की है जो लगभग (72 प्रतिशत) है और कुल 45,026 महिलाओं ने आत्महत्या की है जो लगभग 27 प्रतिशत है।”

NCRB Report on Married Men’s Suicides: Petition for National Commission for Men in Supreme Court

        सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के तकनीकी विशेषज्ञ (AI) अतुल सुभाष की तस्वीर (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

तकनीकी विशेषज्ञ (AI) अतुल सुभाष की आत्महत्या के बाद सोशल मीडिया पर न्याय की मांग उठ रही है। अतुल सुभाष का शव बेंगलुरू में सोमवार 9 दिसंबर 2024 को उनके अपार्टमेंट में मिला। अतुल सुभाष ने अपने वीडियो में अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, ससुराल वालों पर झूठा केस और मामले को दबाने के लिए पैसों की मांग का आरोप लगाया था। इसके साथ ही न्यायाधीश पर उत्पीड़न, जबरन वसूली और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इससे तंग आकर सुभाष ने आत्महत्या को चुना।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू हिंसा के शिकार विवाहित पुरुषों ने आत्महत्या से निपटने के लिए दिशा-निर्देश और ‘राष्ट्रीय पुरुष आयोग’ की स्थापना की मांग को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है। याचिका में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा निकाले गए आंकड़ों का भी उदहारण भी दिया जिसमें पुरुषों की आत्महत्या के आंकड़ों का जिक्र किया गया।

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पुरुषों द्वारा आत्महत्या के आंकड़े – एनसीआरबी रिपोर्ट

अधिवक्ता महेश कुमार तिवारी द्वारा दायर याचिका में भारत में 2021 में प्रकाशित राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों में हुई मौतों के आंकड़े प्रस्तुत किए।

इन आंकड़ों के बारे में याचिका में कहा गया है, “वर्ष 2021 में लगभग 33.2 प्रतिशत पुरुषों ने पारिवारिक समस्याओं के कारण और 4.8 प्रतिशत ने विवाह संबंधी मुद्दों के कारण अपना जीवन समाप्त कर लिया। इस वर्ष कुल 1,18,979 पुरुषों ने आत्महत्या की है जो लगभग (72 प्रतिशत) है और कुल 45,026 महिलाओं ने आत्महत्या की है जो लगभग 27 प्रतिशत है।”

2022 में, भारत में आत्महत्याओं की संख्या बढ़कर 1,70,924 हो गई, जो 2021 से 4.2% अधिक है, जिसमें परिवार और विवाह से संबंधित समस्याएँ प्रमुख कारण बताई गई।

तकनीकी विशेषज्ञ अतुल सुभाष आत्महत्या मामला

इस मामले में सोशल मीडिया पर अतुल सुभाष का 90 मिनट का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे अपनी बात को कहते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के आधार पर एक जज और उनकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा सुशील के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई है। अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए 24 पन्नों का नोट भी छोड़ा।

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तारी से बचने के लिए वे जौनपुर स्थित अपने घर से भाग निकले। इसका भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

जानकारी के अनुसार, सुभाष पर कई मामले दर्ज थे जिनमें हत्या, दहेज उत्पीड़न, अप्राकृतिक यौन संबंध आदि सहित कई आरोपों के तहत नौ मामले शामिल थे। यहां तक के उनके माता-पिता को भी दोषी ठहराया गया था।

अतुल सुभाष के मामले ने इस बात पर जोर दिया कि पुरुषों के उत्पीड़न को गंभीरता से लिया जाए। उनके लिए एक समर्पित संस्था, जैसे राष्ट्रीय पुरुष आयोग, की आवश्यकता है जो उनके अधिकारों की रक्षा करे। समाज में बढ़ते तनाव और आत्महत्या की घटनाओं को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए।

 

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