यूपी के बागपत जिले में एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस की कार्यशैली से परेशान मुस्लिम परिवार के सदस्यों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है।
युवा हिंदू वाहिनी की देखरेख में धर्मगुरु ने हवन कराकर 13 लोगों को विधिवत रूप से हिंदू धर्म स्वीकार कराया। धर्म परिवर्तन के बाद हिंदू समाज के लोगों ने उन्हें इंसाफ की लड़ाई में पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिया।
युवा हिंदू वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष शौकेंद्र खोखर ने बताया कि छपरौली थाने के बदरखा निवासी अख्तर पिछले छह-सात माह से बागपत कोतवाली क्षेत्र के निवाड़ा गांव के खुब्बीपुरा मोहल्ला में रह रहे हैं। अख्तर का आरोप है कि कई महीने पहले उसके बेटे गुलहसन की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव फांसी पर लटका दिया गया था। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद पुलिस ने मामले में ठीक से जांच नहीं की। पुलिस का कहना था कि मामला आत्महत्या का है, इसलिए जांच की जरूरत नहीं है। इस घटना से परिजनों में काफी आक्रोश था।
इस घटना से आक्रोशित होकर 1 अक्टूबर को अख्तर परिवार के साथ तहसील पहुंचा और एसडीएम को शपथ पत्र दिया. शपथ पत्र में उसने कहा है कि उसके परिवार के सभी सदस्य स्वेच्छा से हिंदू धर्म स्वीकार कर रहे हैं। उन्होंने अपने नाम भी बदल लिए हैं।
धर्म परिवर्तन करने से पहले एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने गांव में पहुंचकर परिवार के लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने कहा कि वे अपनी स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर रहे हैं।
इस दौरान मुस्लिम परिवार ने स्वेच्छा से अपना धर्म बदलने का ऐलान किया। मंदिर परिसर में जय श्रीराम, भारत माता की जय के नारे लगाए। परिवार के लोगों ने गायत्री मंत्र बोलकर यज्ञ में आहुति दी। इस दौरान परिवार के 13 सदस्यों का नामकरण कर उन्हें हिंदू नाम दिया गया।