अस्पताल के गार्ड ने बताया कि “मैं जिला अस्पताल में रात की ड्यूटी करता हूँ। मुझे आरोपी के ऊपर 5 दिनों से शक था। मैं लड़के को ले जाता देख सोचता था कि ये व्यक्ति रात में कहां लेकर जाता है? जब लड़का वापस आता, तो बिल्कुल सुस्त दिखाई देता। डरा, सहमा सा और धीरे धीरे चलता।”
रिपोर्ट – अलीमा, लेखन – सुचित्रा
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में 13 साल के नाबालिक के साथ 65 साल के बुजुर्ग ने कथित तौर पर बलात्कार किया। यह घटना शुक्रवार 8 नवंबर 2025 को छतरपुर जिला अस्पताल परिसर में घटी। मौके पर सूचना मिलने पर पुलिस ने आरोपी शब्बीर खान को गिरफ्तार कर लिया गया। हालाँकि आरोपी ने अपने किए की माफ़ी मांगी और ऐसी हरकत दोबारा न करने को भी कहा।
देश में बलात्कार की घटना दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इन मामलों में छोटी उम्र की लड़कियों और महिलाओं यहां तक कि बुजुर्ग महिला से भी बलात्कार की घटना सामने आती है। आज के समय में अपराधी की नज़र लड़का हो या लड़की बस उसे अपनी हवस को अंजाम देने का माध्यम दिखाई देता है। इसकी वजह से अपराधी निडर होकर अपराध करते हैं। ऐसा ही मामला छतरपुर के जिला अस्पताल से सामने आया।
पूरा मामला
खबर लहिरया की रिपोर्ट के मुताबिक जब इस मामले की जाँच की गई तो सामने आया कि आरोपी कई दिनों से लड़के के साथ मेला ग्राउंड ले जाकर बलात्कार करता था और उसे जान से मारने की धमकी भी देता था। इस वजह से लड़के ने किसी को नहीं बताया लेकिन शुक्रवार 8 नवंबर की रात 8 बजे आरोपी लड़के को अस्पताल परिसर में ले गया और वहां उसका बलात्कार किया। लड़के ने जोर जोर से चिलाना शुरू किया तो सुरक्षा कर्मी मौके पर आ गए और पुलिस को सूचना दी। लड़के को इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती कराया गया।
अस्पताल में भर्ती थे पिता
लड़के के पिता ने बताया कि “करीब 5 महीने पहले सड़क हादसे में मेरा पैर टूट गया था और सर पर गंभीर चोट आई थी जिसके कारण मैं पांच माह से अस्पताल में भर्ती हूँ। मेरा परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। मेरे घर में एक बेटा और एक इसकी छोटी बहन के अलावा कोई और नहीं है। मैं बेड पर ही लेटा रहता हूं, मुझसे चलते फिरते भी नहीं बनता है। मेरे छोटे से लड़के को आरोपी बहला फुसला कर ले जाता था, तो मैं समझता था कि यह हमारी मदद कर रहा है। इस मदद का फायदा उठाकर हमारे लड़के के साथ इसने गलत किया है।”
पिता ने की कड़ी सजा की मांग
लड़के के पिता ने बताया कि “ये बात तो गार्ड ने हम लोगों को बताई और तब पता चला कि मेरा बेटा इस तरह की मुसीबत में फंसा हुआ है। मैं चाहता हूं कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले क्योंकि एक पिता समान व्यक्ति ने मेरे बेटे का शोषण किया है इस तरह से कोई भी सुरक्षित नहीं है।”
अस्पताल के गार्ड को पहले से आरोपी पर था शक
अस्पताल के गार्ड ने बताया कि “मैं जिला अस्पताल में रात की ड्यूटी करता हूँ। मुझे आरोपी के ऊपर 5 दिनों से शक था। मैं लड़के को ले जाता देख सोचता था कि ये व्यक्ति रात में कहां लेकर जाता है। जब लड़का वापस आता, तो बिल्कुल सुस्त दिखाई देता। डरा, सहमा सा और धीरे धीरे चलता। यह मैं 5 दिनों से नोटिस कर रहा था लेकिन जब मैं कल (8 नवंबर) देखा तो यह लड़के को बहला फुसला कर ले जा रहा था। लड़का बिल्कुल साथ में जा नहीं रहा था। वह बहुत डर रहा था लेकिन यह आरोपी जिसका नाम शब्बीर खान है, उसको बहुत डरा रहा था तभी मुझे लगा कि शायद लड़के के साथ कुछ गलत तो नहीं हो रहा है। जैसे ही आरोपी लड़के को ले जाने लगा। मैं भी पीछे-पीछे गया और जब मैंने देखा कि वह मेला ग्राउंड में बने एक दुकान के पीछे गया और लड़के के साथ हरकत करने लगा। तभी मैंने उसको रंगे हाथ पकड़ लिया। जब लड़के से पूछा तो बताया कि 15 दिनों से मेरे साथ ऐसे ही कर रहे हैं। मैंने लड़के को तुरंत भर्ती कराया।”
पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज
जब इस बारे में थाना कोतवाली के टी आई (थाना प्रभारी) अरविंद सिंह दांगी से बात की तो उन्होंने बताया कि गार्ड द्वारा मुझे जानकारी मिली। गार्ड ने बताया कि शब्बीर खान जो रिक्शा चालक है उसके ऊपर कई दिनों से गार्ड को आशंका थी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ भी की जा रही है। आरोपी ने कबूल किया है इसीलिए उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत आईपीसी की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और बच्चे को काउंसलिंग व सुरक्षा दी जा रही है।
छतरपुर में मानसिक रूप से बीमार 16 वर्षीय नाबलिग के साथ बलात्कार
खबर लहरिया की अप्रैल 2025 की रिपोर्ट में इसी तरह का मामला सामने आया था। छतरपुर जिले के थाना सिविल लाइन अंतर्गत आने वाले इलाके में एक 16 वर्षीय नाबलिग लड़के के साथ एक ट्रक ड्राइवर ने बलात्कार किया। यह घटना 27 अप्रैल 2025 रात की थी।
छतरपुर जिले का रहने वाले व्यक्ति ने बताया कि नाबालिग मानसिक रूप से बीमार था। उसे एक ड्राइवर जिसका नाम हरिश्चंद्र चौरसिया है उसने नाबालिग को बुलाकर बंधक बनाया और मारपीट की। इसके बाद बलात्कार किया। जब लड़का वहां से रोता हुआ आया और उससे पूछा गया तो उसने अपनी भाषा में पूरा मामला बताया।
मध्य प्रदेश: छतरपुर जिले में नाबालिग लड़के के साथ बलात्कार, मानसिक रूप से था कमजोर
छतरपुर में दो नाबालिग लड़कियों के साथ किया बलात्कार, पुजारी पर आरोप
बलात्कार जैसी घटना अब मंदिरों में भी हो रही है। मंदिर को सुरक्षित जगह माना जाता है लेकिन आज के समय में मंदिर भी लड़कियों के लिए सुरक्षित जगह नहीं रह गई है।
खबर लहिरया की जुलाई 2025 की रिपोर्ट में एक मामला सामने आया था जहां मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ी मलहरा थाना अंतर्गत एक गांव में एक मंदिर के पुजारी ने 5 और 6 साल की दो नाबालिक लड़कियों के साथ बलात्कार किया। इस घटना का आरोपी आश्रम में रहने वाले पुजारी को बताया गया था। यह घटना 6 जुलाई 2025 को रात में घटी। आरोपी को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉस्को एक्ट POCSO) के तहत हिरासत में लिया गया।
Chhatarpur: दो नाबलिग लड़कियों के साथ किया बलात्कार, पुजारी पर आरोप
इस घटना से पता चलता है लड़का हो या लड़की दोनों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। कानून पर भी सवाल उठते हैं क्योंकि इस तरह के मामले पर जल्दी कार्रवाई नहीं की जाती और अपराधी को ऐसा करना आसान लगने लगता है जिसकी उसे सजा नहीं मिलेगी। जब इस तरह की घटना को पढ़ते और सुनते हैं तो डर लगने लगता है और न चाह कर भी सन्देह भरी नज़रों से अपनों को भी देखने लगते हैं। ऐसा जरुरी भी है क्योंकि अपराधी मानसिकता ऐसी है कि वो किसी रिश्ते, छोटा, बड़ा या मासूम को नहीं देखती बस अपनी इच्छा को देखती जिसके लिए वह किसी भी हद तक गुजरने को तैयार हो जाता है। इसलिए किसी अनजान पर तो भरोसा नहीं करना चाहिए और किसी अनजान के साथ अपने बच्चों को अकेले नहीं भेजना चाहिए। ऐसे में परिवार की भी जिम्मेदारी बनती है कि यदि ऐसा कुछ उनके साथ हो रहा है तो वह शेयर करे इसे छिपाए नहीं। ताकि समय रहते है इस तरह के अपराध को रोका जा सके और अपराधी को भी सही समय पर पकड़ा जा सके।
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