मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के पूछी गांव में 2 दिसंबर 2025 की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। गांव के वीरेंद्र साहू का दो साल का बेटा शिवांश साहू घर के बाहर खेलते समय पास बने पानी के गड्ढे में गिर गया। गड्ढे में डूबने से उसकी मौत हो गई।
रिपोर्टर – आलीमा तरन्नुम, लेखन – रचना
स्थानीय लोगों ने जब बच्चे को पानी में तैरते देखा, तो परिवार की मदद से उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
बच्चे की गड्ढे में गिरने से मौत
छतरपुर जिले के सिविल लाइन क्षेत्र में एक गांव आता है जिसका नाम है पूछी। यहां के निवासी हैं वीरेंद्र साहू जिनका बेटा 2 साल का है और वह बाहर खेल रहा था उसकी मां अंदर खाना बना रही थी। बच्चा रोज बाहर खेलते हैं लेकिन कुछ देर बाद जब बच्चा नहीं दिख तो माता-पिता बच्चों को गांव में ही ढूंढने लगे कि बच्चा कहां गया उसके बाद लोगों द्वारा बताया गया कि एक बच्चा पास के बने गड्ढे के पानी में तैर रहा है। अचानक लोगों की आवाज आई के शिवांश गड्ढे में गिर गया। घर के बाहर ही एक पानी का गड्ढा था जो ज्यादा गहरा नहीं है उसमें पानी भरा हुआ है। जब माता-पिता ने बच्चों को देखा तो वह बच्चा शिवांश साहू ही था जिसे लोग जल्दी-जल्दी अस्पताल ले और यहां पर डॉक्टर ने जांच पड़ताल करके उसको मृत घोषित कर दिया है।
बच्चे के पिता से मिली जानकारी
मृतक बच्चे के पिता वीरेंद्र साहू (उम्र 38 साल) मजदूरी करने के लिए काम तलाशने निकले थे। वह चौक पर खड़े थे और उस दिन उन्हें काम भी नहीं मिला। तभी उनकी पत्नी का फोन आया कि उनका दो साल का बेटा शिवांश कुछ देर से दिखाई नहीं दे रहा उसके बाद पिता तुरंत काम छोड़कर गांव वापस आए।
घर पहुंचकर उन्होंने आसपास काफी खोजबीन की लेकिन शिवांश कहीं नहीं मिला। घर के बगल में नाली के पानी के लिए एक गड्ढा खोदा गया था जो बहुत गहरा नहीं था। उसी गड्ढे में बच्चे को तैरते हुए देखा गया। कुछ लोगों ने बताया कि शिवांश उसी गड्ढे में गिर गया था। परिवार ने तुरंत उसे निकाला और बाइक से जिला अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिता वीरेंद्र साहू ने कहा: “मुझे संदेह है कि मेरे बेटे को किसी ने धक्का देकर गिराया है। मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है, लेकिन यह भी संभव है कि किसी ने मेरे मासूम बच्चे को जानबूझकर गड्ढे में गिराया हो। अगर वह खुद गिरा होता तो गांव वाले हमें तुरंत बता देते। लेकिन जब वह कहीं नहीं मिला उसके बाद ही गड्ढे में तैरता हुआ क्यों दिखा? मैं चाहता हूं कि पुलिस पूरी जांच करे कि मेरे एकलौते बेटे के साथ क्या हुआ।”
बच्चों की माता से मिली जानकारी
मेरा बेटा रोज की तरह आज भी बाहर खेल रहा था और मैं अंदर खाना बना रही थी। कुछ देर बाद मुझे लगा कि शिवांश दिखाई नहीं दे रहा तो मैं तुरंत बाहर आई। मैंने आसपास देखा लेकिन वहां कोई नहीं था और मेरा बेटा भी नहीं मिला। मैंने पूरे मोहल्ले में पूछताछ की कि कहीं किसी ने उसे देखा हो शायद कोई उसे खिलाने के लिए ले गया हो लेकिन सभी ने कहा कि उन्होंने बच्चे को नहीं देखा। इसके बाद मैंने अपने पति को फोन किया।
मेरे पति घर पहुंचे तो घर के बगल में नाली के पानी वाले गड्ढे में हमारे बेटे को डूबता हुआ देखा गया। हम उसे तुरंत अस्पताल लेकर आए। मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है, लेकिन मुझे शक है कि मेरे बच्चे की हत्या की गई है। मैं इस घटना की निष्पक्ष जांच चाहती हूँ।
डॉक्टर से मिली जानकारी।
छतरपुर जिले के जिला चिकित्सालय में कार्यरत एमबीबीएस डॉक्टर राजकुमार अवस्थी ने बताया कि उन्हें इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी के दौरान एक लगभग दो साल के बच्चे को लाया गया। उन्होंने बच्चे की जांच की लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टर ने कहा कि बच्चा काफी हद तक पानी पी चुका था जिससे उसकी मौत हुई हो सकती है। बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि मौत कैसे हुई और क्या यह हत्या का मामला है।
थाना सिविल लाइन से मिली जानकारी
थाना सिविल लाइन के थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि सुबह एक बच्चे की गड्ढे में डूबने की खबर आई थी। जिला चिकित्सालय से जिसकी जांच पड़ताल की जा रही है। परिवार वालों को संदेह है कि बच्चे को गिराया गया है इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा और जांच पड़ताल के बाद जो भी तत्व निकलेगा उसे पर कानून कारवाई की जाएगी।
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