मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के नारायणपुरा गांव की रहने वाली नैंसी दुबे ने दसवीं क्लास में 96 प्रतिशत अंक लाकर अपने जिले का नाम रोशन किया है।
नैंसी दुबे का कहना है कि उन्होंने सिर्फ घर पर ही पढाई की और टॉपर बनीं। पिता मजदूरी करते हैं और माँ हाउस वाइफ हैं इतनी सुविध नहीं थी की वह कोचिंग कर सके।
ये भी देखें – प्रयागराज: इंटर कॉलेज की नामौजूदगी ने तोड़े उड़ान के पंख
नैंसी दुबे का कहना है कि मुझे पता नहीं था कि मेरे इतने ज्यादा मार्क्स आएंगे। सिर्फ घर में 6 घंटे पढ़ाई करती थी और स्कूल 6 किलोमीटर दूर साइकिल से जाती थी मुझे मेरी मेहनत का फल मिला है।
नैंसी दुबे का आगे का सपना है कि वह डॉक्टर बनेगी लेकिन गरीबी के कारण उनके पास इतने पैसे नहीं है कि वह डॉक्टर की पढ़ाई कर सकें। वह शासन से कुछ मदद चाहती हैं और वह डॉक्टर बनने का सपना पूरा करना चाहती हैं। क्या शासन इनकी मदद करेगा? क्या नैंसी डॉक्टर बन पाएगी?