भारतीय लड़कियां ने इस साल अधिक विद्यालय में दाखिला लिया है। आपको बता दें कि इस साल लड़कियों ने 98 प्रतिशत प्राथामिक विद्यालय में दाखिला लिया, जबकि उनकी तुलना में 97 प्रतिशत लड़के ने दाखिला लिया। ये बात संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की रिपोर्ट में प्रकाशित हुई। वैश्विक तौर पर देखें तो 90 प्रतिशत लड़कियों ने विद्यालय में दाखिला वहीं लड़को में ये प्रतिशत 92 है।
वहीं माध्यमिक स्तर के विद्यालयों में भारतीय लड़का-लड़कियों का ये अनुपात 66 प्रतिशत तक कम है। हालांकि, भारत का महिला नामांकन (62%) एक बार फिर पुरुष नामांकन (61%) से अधिक है, जो इसे लैंगिक समानता सूचकांक (1.01) देता है जो दुनिया भर में 1.0 के सूचकांक से अधिक है। भारत के पड़ोसी देशों में, बांग्लादेश और श्रीलंका स्कूल शिक्षा के दोनों स्तरों पर नामांकन में उच्च स्कोर करते हैं।