राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गौ रक्षा पर कहा कि गाय के नाम पर हत्याएं करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी ही चाहिए।
उन्होंने कहा कि गाय या किसी भी विषय पर हिंसा करना अनुचित है। कानून हाथ में लेने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इस नाम पर लिंचिंग नहीं होनी चाहिए, पर लिंचिंग का जिक्र होता है लेकिन गोरक्षा करने वालों पर हमला होता है उसका जिक्र नहीं होता, ऐसी दोमुंही बाते बंद होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश में गो रक्षा होनी चाहिए। देश में अच्छी गोशालाएं जैन समाज के लोग चला रहे हैं। अपने देश में अच्छी गोशालाएं चलाने वाले मुसलमान भी बहुत से जगहों पर हैं। गोरक्षा करने वालों को भी चाहिए कि वे गाय को खुला नहीं छोड़े। समाज की भलाई के लिए काम होना चाहिए।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हाथों से गोसेवा करने वालों की आपराधिक प्रवृति कम हो जाती है। देश में अपराध भी गो सेवा से कम होगा। कई जेलें में जेलों में इस तरह के प्रयोग हुए हैं। गाय की सेवा करने से अपराध कम हो जाएंगे मुझे ऐसा लगता है।