अयोध्या के शरीफ चाचा के नाम से फेमस मोहम्मद शरीफ को 27 सालों से लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने के लिए उनको पदमश्री सम्मान अवार्ड के लिए चुना गया है
जिला अयोध्या खिड़की पुलिस लाइन के रहने वाले मोहम्मद शरीफ जिनको अभी हाल ही मे पदमश्री सम्मान अवार्ड के लिए चुना गया है जो भारत का सबसे चौथा सबसे बड़ा अवार्ड है पदमश्री सम्मान चुने जाने पर शरीफ चाचा के यहाँ बधाई देने वालो का ताता लग गया है सभी लोग चाचा जी को बधाई और फोन पर इनटरव्यू के लिए फोन आ रहा है मोहम्मद शरीफ चाचा जी से जब हमने पूछा कि चाचा जी आप के पीछे क्या कारण है
जो आप लवारिस शवों का संस्कार करते हैं तो उनहोंने बताया कि मेरे तीन लडके से जिसमे जो सबसे बड़ा लड़का था वो सुल्तानपुर मे डाक्टर की तैयारी करने गया था बहुत दिन बीत गए ना कोई फोन ना ही कुछ पता चला फिर एक दिन पता चला कि आप के लड़के का शर्ट मिला है जिसमे मेरा नाम लिखा था उसी से पहचान कर पाया कि मेरा ही लड़का है मेरे लड़के की हत्या कर दी गयी थीपत्रकार रवीश कुमार को मिला रेमन मैग्सेसे 2019 सम्मान।
फिर लवारिस वैसे पड़ी रही इस लिए मैने कसम खाया कि आज से ना कोई हिन्दू ना मुस्लिम मै सभी लवारिस शवों का संस्कार करूँगा आज 27साल हो गये अब तक मैने 2500 शव मुस्लिम का 3000 हिन्दु भाइयो का अन्तिम संस्कार कर चुका हूँ यही नहीं चाचा लाखो लोगो को अस्पताल मे खाना भी अपने हाथो से खिला चुके हैं
जिनका कोई नहीं होता उनका शरीफ चाचा होते हैं शुरूआत में लोग इनको पागल कह कर पुकारते थे लेकिन धीरे-धीरे सब शरीफ चाचा को मानने लगे 2012मे शरीफ चाचा को अभिनेता आमिर खान ने सत्यमेव जयते मे सर्टिफिकेट दिया इसके बाद 2020मे पद्मश्री से सम्मानित किया जायेगा।