वाराणसी के एडीएम (सिटी) आलोक वर्मा ने कहा, “सड़क चौड़ीकरण परियोजना में केवल उन्हीं संपत्तियों को हटाने की कार्रवाई की जा रही है, जिनका मुआवजा पहले ही दिया जा चुका है। कभी-कभी बुलडोजर चलाने के दौरान थोड़ा विचलन हो सकता है, लेकिन किसी भी संरचना को मनमाने ढंग से ध्वस्त नहीं किया जा रहा है।”
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सड़क चौड़ीकरण को लेकर 13 घर पर बुलडोज़र चलाया गया। इसमें पूर्व हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद का पैतृक घर का कुछ हिस्सा भी शामिल है। यह घटना रविवार 28 सितम्बर 2025 की बताई जा रही है। परिवार का आरोप है कि मुआवजा नहीं दिया गया है और कार्रवाई एक दिन के लिए टालने के अनुरोध के बावजूद, भारी पुलिस बल की मौजूदगी में तोड़फोड़ की गई।
मोहम्मद शाहिद कौन हैं?
मोहम्मद शाहिद हॉकी खेल जगत के जानेमाने खिलाड़ी हैं। इतना ही नहीं इतिहास में भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने वाले आखिरी खिलाड़ी थे। उन्हें ‘मास्टर ड्रिबलर’ के नाम से भी खास पहचान मिली थी। मशहूर शाहिद ने 1980 के मास्को ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वह हॉकी टीम (1986) के पूर्व कप्तान भी थे। 20 जुलाई 2016 को उनका निधन हो गया।
मोहम्मद शाहिद के पैतृक घर हुआ ध्वस्त
वाराणसी में कोर्ट रोड से सड़क चौड़ीकरण योजना के तहत कोर्ट रोड चौराहे पर यह तोड़फोड़ की गई। मोहम्मद शाहिद का घर कचेरी से संदाहा मार्ग पर स्थित है।
द क्विंट की रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी के एडीएम (सिटी) आलोक वर्मा ने कहा, “सड़क चौड़ीकरण परियोजना में केवल उन्हीं संपत्तियों को हटाने की कार्रवाई की जा रही है, जिनका मुआवजा पहले ही दिया जा चुका है। कभी-कभी बुलडोजर चलाने के दौरान थोड़ा विचलन हो सकता है, लेकिन किसी भी संरचना को मनमाने ढंग से ध्वस्त नहीं किया जा रहा है।”
Varanasi, Uttar Pradesh: Bulldozers were deployed at Court Chowk for road widening from Court to Sandaha. About 13 houses, including that of hockey player Padma Shri Mohammad Shahid, were demolished pic.twitter.com/MH6EDqEFvB
— IANS (@ians_india) September 28, 2025
अधिकारियों ने बताया कि बार-बार निर्देश और अंतिम चेतावनी के बावजूद निवासियों ने अपने घरों के निर्धारित हिस्से को खाली नहीं किया।
वाराणसी में सड़क चौड़ीकरण अभियान
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह तोड़फोड़ प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 3.3 किलोमीटर लंबी चार-लेन सड़क चौड़ीकरण परियोजना का हिस्सा है। प्रभावित क्षेत्र में कोर्ट रोड चौराहे के पास 300 मीटर का हिस्सा शामिल है, जहाँ 70 घरों को हटाने के लिए चिह्नित किया गया है। अब तक 35 ढाँचे गिराए जा चुके हैं।
परिवार ने मुआवजा न देने का लगया आरोप
मोहम्मद शाहिद की भाभी नाज़नीन ने दावा किया कि उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला है।
उनके चचेरे भाई मुश्ताक ने कहा कि परिवार अक्टूबर में होने वाली शादी की तैयारी कर रहा है और आरोप लगाया कि उनके पास कहीं और जमीन नहीं है।
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