प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना लॉकडाउन के बाद से लगातार देश को संबोधित कर रहे हैं.आज 30 जून को भी 4 बजे राष्ट्र के नाम संदेश दिया। 17 मिनट के इस भाषण में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब परिवारों के लिए अहम ऐलान किया। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण अन्न योजना दीपावली और छठ तक यानी नवंबर के आखिर तक जारी रहेगी।
इस सम्बोधन में मोदी ने कहा कि सही समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फ़ैसलों ने भारत में लाखों लोगों की जान बचाई है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जब से अनलॉक-1 शुरू हुआ है, लोगों की लापरवाही बढ़ती चली जा रही है.उन्होंने स्वास्थ्य से जुड़े गाइड लाइन को पालन करने के लिए सभी से अपील की और कहा कि चाहे गांव का प्रधान हो या प्रधानमंत्री, क़ानून से ऊपर कोई नहीं है |
पीएम ने कहा, ‘आज मै इसी से जुड़ी एक महत्वपूर्व घोषणा करने जा रहा हूं. हमारे यहां वर्षा ऋतु के दौरान कृषि क्षेत्र में ही मुख्य तौर पर ज्यादा काम होते है. अब देखिए सावन महीने के शुरू होते ही त्योहार शुरू हो जाते हैं. त्योहारों का यह समय जरूरत भी बढ़ता है और खर्च भी बढ़ाता है.|
हमने अब फैसला किया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दिवाली और छठ पूजा यानि नवंबर महीन के आखिरी तक कर दिया जाएगा। राशन रूप में 5 किलो चावल या गेहूं और 1 किलो चना हर महीने दिया जाएगा। इसके लिए सरकार 90 हज़ार करोड़ रुपए ख़र्च करेगी |
Addressing the nation. https://t.co/7urZ7A7nPu
— Narendra Modi (@narendramodi) June 30, 2020
पीएम ने कहा, साथियों आज गरीब को जरूरतमंद को सरकार मुफ्त अनाज दे पा रही है उसका श्रेय दो लोगों को जाता है पहला किसान को दूसरा हमारे देश के टैक्सपेयर्स . जिनकी की वजह से देश मदद कर पा रहा है. आपने देश का अन्न भंडार भरा है इसलिए गरीब का चूल्हा जल रहा. आपने ईमानदारी से अपना टैक्स भरा है जिसकी वजह से देश गरीब की मदद कर पा रहा है |
आज मैं देश के किसान और टैक्सपेयर्स को नमन करता हूं. साथ ही पूरे भारत के लिए हमने सपना देखा है। यह काम है, पूरे देश के लिए एक राशन कार्ड की व्यवस्था करना। यानी वन नेशन, वन राशन कार्ड। इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीबों को मिलेगा जो रोजगार के लिए अपना गांव छोड़कर किसी और राज्य में जाते हैं।
मोदी अपने लंबे संबोधनों के लिए जाने जाते हैं लेकिन मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संदेश को उन्होंने बहुत छोटा रखा और सिर्फ़ 16-17 मिनट तक भाषण दिया। लोगों को उम्मीद थी कि शायद वो कोरोना के अलावा भारत-चीन विवाद पर भी कुछ बोलेंगे लेकिन उन्होंने चीन के बारे में कोई बात नहीं की |