खबर लहरिया Blog Mock drill: 7 मई को होगी भारत के 244 जिलों में मॉक ड्रिल, गृह मंत्रालय का आदेश

Mock drill: 7 मई को होगी भारत के 244 जिलों में मॉक ड्रिल, गृह मंत्रालय का आदेश

पहलगाम आंतकी हमले के बाद भारत अब ऐसी स्थिति में क्या करें, सुरक्षित कैसे रहें, खुद को कैसे बचाएं और सुरक्षित स्थान पर कैसे पहुंचा जाए इस तरह के कई उपायों के लिए मॉक ड्रिल की तैयारी कर रहा है। यह मॉक ड्रिल कल बुधवार 7 मई 2025 को भारत के अलग अलग राज्यों में होगा। जिसमें खासतौर पर जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली सहित कई राज्यों और केंद्र शासित शमिल है। इस मॉक ड्रिल की घोषणा कल सोमवार 5 अप्रैल 2025 को गृह मंत्रालय ने की।

मॉक ड्रिल करते हुए की सांकेतिक तस्वीर (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मॉक ड्रिल का फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिल्ली में की गई उच्च स्तरीय बैठकों के बाद सामने आया। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में जिसमें 26 भारतीय पर्यटकों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। इसके साथ ही भारत ने कई बड़े अहम फैसले भी लिए थे।

पाकिस्तान का नियंत्रण रेखा सीमा / एलओसी (LOC) पर गोलीबारी

पहलगाम आंतकी हमले के बाद से ही 11 रातों से पाकिस्तान और भारत की नियंत्रण रेखा सीमा यानी एलओसी (LOC) पर पाकिस्तान ने भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की थी। भारतीय सेना ने इसका जवाब दिया। लाइव मिंट की रिपोर्ट बताती है कि मंगलवार 6 मई को एक बयान में, भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान ने 5-6 मई की रात को जम्मू और कश्मीर (J&K) के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर के आसपास के इलाकों में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था।

मॉक ड्रिल क्या है?

मॉक ड्रिल एक तरह का प्रशिक्षण होता है यानी कि एक तरह की ट्रेनिंग। इसमें आपदा या आपातकालीन स्थिति का सामना कैसे किया जाए इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। यह ट्रेनिंग सुरक्षाकर्मी, नागरिकों और छात्रों को दी जाती है। आपको याद होगा स्कूलों में भी आपातकालीन स्थिति जैसे भूकंप, आग लगने जैसी स्थिति में खुद को कैसे बचाया जाए या आग बुझाने वाला सिलेंडर/ fire extension cylinder का इस्तेमाल कैसे किया जाए इसकी ट्रेनिंग दी जाती थी ताकि आने वाली स्थिति से लड़ने के पहले से खुद को तैयार किया जा सके। इसी तरह के उपाय के लिए मॉक ड्रिल किया जाता है।

आपको बता दें कि इस तरह का देशभर में मॉक ड्रिल पिछली बार 1971 में आयोजित की गई थी जब भारत और पाकिस्तान के बीच दो युद्ध हुआ था।

किन-किन राज्यों में होगा मॉक ड्रिल?

गृह मंत्रालय द्वारा जारी के गए पत्र में कहा गया है, “गृह मंत्रालय ने 7 मई, 2025 को देश के 244 वर्गीकृत नागरिक सुरक्षा जिलों में नागरिक सुरक्षा अभ्यास और पूर्वाभ्यास आयोजित करने का निर्णय लिया है।” इन राज्यों में जम्मू कश्मीर, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।

राजस्थान के जोधपुर कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने कहा, ” कल, 7 मई को मॉक ड्रिल कराई जाएगी। उसमें एयर सायरन बजाए जाएंगे और उसके बाद आम जनता को यह बताया जाएगा कि एयर सायरन बजने पर उन्हें क्या करना है…सिविल डिफेंस के 400 कर्मियों को भी सभी जगहों पर भेजा जाएगा ताकि वो वहां जाकर लोगों को इसके बारे में बताएं…” एएनआई ने इसका वीडियो सोशल मीडिया X पर शेयर किया।

उत्तर प्रदेश के 19 जिलों की पहचान की गई हैं जहां मॉक ड्रिल कराया जायेगा। DGP प्रशांत कुमार ने मीडिया के सामने कहा, “7 मई को सिविल डिफेंस के मॉक ड्रिल के संबंध में भारत सरकार से निर्देश प्राप्त हुए हैं। (यूपी में) 19 जिलों की पहचान की गई है। यहां की संवेदनशीलता को मद्देनजर रखते हुए शासन द्वारा यह निर्देश दिए गए हैं कि सभी जिलों में सिविल प्रशासन, पुलिस प्रशासन, अग्निशमन सेवा, आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ मिलकर यह मॉक ड्रिल की जाए ताकि आकस्मिकता की स्थिति में हम इन चीजों से निपट सकें…”

मॉक ड्रिल में अभ्यास के दौरान किए जाने वाले उपाय

गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नोटिस में मॉक ड्रिल में शामिल होने वाले उपायों की जानकारी दी गई हैं जो इस प्रकार हैं।

  • हवाई हमले के सायरन को सक्रिय करना। आपने न्यूज़ रिपोर्ट में देखा होगा जब भी कोई आंतकी हवाई हमला होता है तो एक तरह की चेतवानी दी जाती है इसके लिए सायरन का इस्तेमाल किया जाता है।
  • आंतकी हमले की स्थिति में खुद की रक्षा करने के लिए नागरिकों और छात्रों को आत्म-सुरक्षा का प्रशिक्षण देना
  • दुर्घटना के समय ब्लैक आउट उपायों की जांच करना (ब्लैक आउट से मतलब है जब आपात स्थिति में बिजली को काट दिया जाता है ताकि हमले करने वाले को उनके छिपे हुए स्थान के बारे में पता न चल सके।)

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का ब्लैक आउट और मॉक ड्रिल पंजाब के फिरोजपुर में कल सोमवार रात 9 से 9:30 बजे तक कैंटोनमेंट इलाके में किया गया था। इस दौरान सभी लाइटें बंद कर दी गईं। अधिकारी ने पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) को तय समय पर बिजली काटने को कहा था।

अधिकारी ने कहा, “इस पूर्वाभ्यास का उद्देश्य मौजूदा युद्ध खतरों के दौरान ब्लैकआ उट प्रक्रियाओं के कार्यान्वयन में तैयारी और प्रभावशीलता सुनिश्चित करना है।”

  • महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को शीघ्र छिपाने का प्रावधान
  • ऐसी स्थिति में कैसे बाहर निकला जाए उसका पूर्वाभ्यास करना। वार्डन, अग्निशमन, बचाव कार्य और डिपो प्रबंधन सहित नागरिक सुरक्षा सेवाओं की सक्रियता और प्रतिक्रिया की जांच करना है।

अधिसूचना के अनुसार, इस अभ्यास में “जिला नियंत्रक, विभिन्न जिला प्राधिकारियों, नागरिक सुरक्षा वार्डन/स्वयंसेवकों, होम गार्ड (सक्रिय/आरक्षित स्वयंसेवक), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी / National Cadet Corps), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस / National Service Scheme) नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) कॉलेज और स्कूल के छात्रों की सक्रिय भागीदारी होनी चाहिए।

 

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