उत्तर प्रदेश के भदोही विधानसभा क्षेत्र से निषाद पार्टी के विधायक विजय मिश्रा को मध्य प्रदेश के आगर-मालवा पुलिस ने पकड़ा है। इस विधायक पर ज़मीन हड़पने जबरन चेक पर साइन कराने सहित लगभग 73 मुक़दमे दर्ज है. कांग्रेस से अपनी राजनीति शुरू करने वाले विजय मिश्रा ने 2017 में निषाद पार्टी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीता था।
क्या है पूरा मामला ?
भदोही जिले के ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्र पर 7 अगस्त को एक मुकदमा दर्ज हुआ था। विधायक के रिश्तेदार ने धनापुर गांव निवासी कृष्ण मोहन तिवारी ने जबरन घर में रहने और वसीयत बनाकर उनकी संपत्ति अपने बेटे के नाम कराने के लिए दबाव बनाने के आरोप में विधायक, उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्रा और पुत्र विष्णु मिश्र पर गोपीगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस चाहती तो तीनों लोगों को गिरफ्तार कर सकती थी। लेकिन पुलिस की माने तो सामान्य केस में तो किसी को तुरंत गिरफ्तार किया जा सकता है लेकिन आरोप विधायक पर लगा था और आरोप लगाने वाला उनका रिश्तेदार है तो पुलिस सतर्कता बरतते हुए केस में आगे बढ़ना चाहती थी. तभी शिकायत कर्ता के लिखित बयान दर्ज होने के बाद ही आगे की कार्यवाही की गई. विजय मिश्रा 8 अगस्त से ही फरार चल रहे थे।
विजय मिश्रा को गिरफ्तार कर पूछताछ जारी
जानकारी के अनुसार यूपी पुलिस की सूचना पर एमपी पुलिस ने विजय मिश्रा को 14 अगस्त को आगर-मालवा रोड से गिरफ्तार किया। ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन कर प्रयागराज लौट रहा था, तभी गिरफ्तार कर लिया गया। उनसे गुप्त स्थान पर पूछताछ जारी है। उनकी पत्नी और बेटे को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। फिलहाल पत्नी और बेटे गिरफ्तारी से बचने के लिए छिप रहे है।
विजय मिश्रा ने वीडियो जारी कर हत्या की आशंका जताई
विजय मिश्रा ने सोशल मिडिया में वीडियो जारी कर लोगों से अपील की “मेरा एक मात्र बेटा विष्णु मिश्रा और मेरी पत्नी रामलली को फर्जी मामले में फँसाया जा रहा है। बेटा विष्णु की पत्नी 8 माह के गर्व से है जिसकी हालत ख़राब है. हम उसकी देख रेख नहीं कर पा रहे। गोपीगंज भदोही की पुलिस में मेरा जीना हराम कर दिया है. मनमाने ढंग से सीजियम के यहाँ जाकर स्वयं पुलिस बोलकर 164 का कलमबढ़ ब्यान दर्ज कराया है.” |
उन्होंने आरोप लगाया है कि ब्राह्मण होने के नाते उन्हें परेशान किया जा रहा है, क्योंकि वो ब्राह्मण होकर चार बार से विधायक हैं। विजय मिश्रा ने वीडियो में यह भी कहा कि उनके साथ ये सब इसलिए हो रहा है ताकि बनारस या चंदौली का कोई माफिया यहां आकर जिला पंचायत का चुनाव लड़ सके। बलिया के किसी बेटे को चुनाव लडऩे की बात भी कर रहे हैं, इसीलिए उनकी गिरफ्तारी हो सकती है या हत्या कराई जा सकती है।